लखनऊ, 15 मई (आईएएनएस)। उत्तर प्रदेश के उपमुख्यमंत्री डॉ. दिनेश शर्मा ने रायबरेली में हुए बवाल के लिए बुधवार को कांग्रेस को जिम्मेदार ठहराया। उन्होंने कहा कि कुर्सी हासिल करने के लिए कांग्रेस पार्टी तरह-तरह के हथकंडे अपना रही है।
शर्मा ने यहां एक संवाददाता सम्मेलन में कहा, “कांग्रेस के ही दो गुट में आपसी फूट का यह परिणाम है। किसी भी कीमत पर जिला पंचायत अध्यक्ष की कुर्सी हासिल करने के लिए कांग्रेस पार्टी तरह-तरह के हथकंडे अपना रही है।”
उप मुख्यमंत्री ने कहा, “सदर विधायक अदिति सिंह की गाड़ी तेज रफ्तार में होने के कारण पलटी थी। उन पर हमले की बात बेबुनियाद है। मामले में मजिस्ट्रेट जांच की जा रही है, जो भी आरोपी होंगे बख्शे नहीं जाएंगे।”
दिनेश शर्मा ने कहा, “जिला पंचायत में कांग्रेस के दो पक्षों में ही मतभेद रहे हैं। कांग्रेस का एक प्रतिनिधिमंडल जिला प्रशासन से मिला था और सुरक्षा की मांग करने पर पीएसी तैनात की गई। जिला प्रशासन ने पूरी मदद की।”
उन्होंने कहा, “कई जिला पंचायत सदस्यों को मध्य प्रदेश में कांग्रेस महासचिव अजय सिंह के होटल में छिपाकर रखा गया और जब वहां से सदस्य किसी तरह निकले तो अब पूरे मामले में कुछ पाने और गुमराह करने के लिए अपनी पार्टी की विधायक अदिति सिंह पर टोल प्लाजा के पास हमला दिखाया गया, जबकि वहां गाड़ी इसलिए दुर्घटनाग्रस्त हुई, क्योंकि अदिति सिंह के काफिले के सामने एक चार पहिया वाहन आ गया था। उनकी गाड़ी बहुत तेज गति से थी, इसलिए पलट गई। फिर भी कांग्रेस नेताओं की शिकायत पर रायबरेली जिला प्रशासन ने रिपोर्ट दर्ज की है।”
शर्मा ने कहा, “कांग्रेस महासचिव प्रियंका वाड्रा इस मामले में हस्तक्षेप कर रही हैं, वह उनकी हताशा को दशार्ता है। क्योंकि लोकसभा चुनाव में प्रचार के लिए वह जहां-जहां गईं, उन्हें माकूल जन समर्थन नहीं मिला। वह अब रायबरेली की राजनीति में कूद पड़ी हैं। इस मामले में एमएलसी दिनेश प्रताप सिंह का कोई लेना-देना नहीं है। कांग्रेस को अपनी आपातकाल वाली सोच से बाहर आना होगा।”
इस दौरान मौजूद रायबरेली से भाजपा के लोकसभा प्रत्याशी व एमएलसी दिनेश सिंह ने कहा कि वह इस पूरी घटना में साजिश रचने के लिए प्रियंका गांधी को दोषी मानते हैं और उनके खिलाफ मुकदमा दर्ज करवाएंगे।
उन्होंने कहा, “इसमें कांग्रेस महासचिव अजय सिंह, जिन्होंने अपने होटल में जिला पंचायत सदस्यों को बंधक बनवा कर रखा, उनके खिलाफ भी मामला दर्ज कराऊंगा। रायबरेली में 52 जिला पंचायत सदस्यों में से 31 सदस्य हमारे पक्ष में हैं। इसलिए कांग्रेस पार्टी हताश है और वह समाजवादी पार्टी के गुंडों का उपयोग कर तरह-तरह के कुचक्र रच रही है।”
दिनेश सिंह ने कहा, “प्रदेश सरकार इस मामले में पूरी तरह निष्पक्ष होकर कार्रवाई कर रही है, वरना किसी भी सरकार में उसकी पार्टी से जुड़े एमएलसी के खिलाफ मामला इतनी आसानी से दर्ज नहीं होता। इसकी निष्पक्ष जांच करवा कर सरकार कार्रवाई करेगी।”
गौरतलब है कि जिला पंचायत अध्यक्ष के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव से पहले मंगलवार को रायबरेली में जमकर बवाल हुआ। मारपीट, फायरिंग और अपहरण की घटनाओं को अंजाम देने का प्रयास हुआ था। इस दौरान अविश्वास प्रस्ताव की अगुआई करने वाले जिला पंचायत सदस्य राकेश अवस्थी गंभीर रूप से घायल हो गए। सदर विधानसभा क्षेत्र से कांग्रेस विधायक अदिति ससिंह पर भी जानलेवा हमला किया गया, उन्हें भी चोटें आईं।
जिला पंचायत सदस्य राकेश अवस्थी की ओर से एमएलसी दिनेश प्रताप सिंह, जिला पंचायत अध्यक्ष अवधेश प्रताप सिंह सहित छह लोगों के खिलाफ नामजद मुकदमा दर्ज कराया गया है। इस बीच बुधवार को कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी के रायबरेली पहुंचने से राजनीति और गरमा गई है।