उन्होंने कहा कि प्रदेश की सपा सरकार ने गंगा सफाई को लेकर अदालत में दिए हलफनामे का उल्लंघन किया है, इसलिए गंगा को दूषित करने वाली राज्य सरकार को पहले दंडित किया जाना चाहिए।
साक्षी महाराज के संसदीय क्षेत्र में मंगलवार को गंगा में एक साथ 104 देखे गए। इस मामले पर गुरुवार को प्रदेश के नगर विकास मंत्री आजम खां ने सीधे सांसद पर ही आरोप लगाया और कहा कि ये शव साक्षी महाराज ने ट्रकों से मंगवाकर रात में गंगा में फेंकवा दिए, ताकि लोग भड़कें और सपा सरकार बदनाम हो।
साक्षी अपने संसदीय क्षेत्र उन्नाव के परियर घाट पर गंगा नदी में मिले शवों के मामले का जायजा लेने आए। उन्होंने कहा कि सपा सरकार ने हाईकोर्ट में शपथपत्र देकर कहा है कि हम गंगा नदी की पवित्रता से खिलवाड़ नहीं होने देंगे।
उन्होंने कहा कि सामान्य आदमी भी गंगा में यदि कोई पूजा-पाठ की सामग्री फेंकता है तो उस पर पांच हजार रुपये का जुर्माना लगता है और यदि किसी कंपनी का कचरा गिरता है तो 50 हजार का जुर्माना लगता है। इतनी संख्या में उन्नाव व झांसी में मिले शवों से यह तय है कि सरकार गंगा की सफाई के प्रति संवेदनशील नहीं है।
साक्षी महाराज ने इस बात पर आश्चर्य जताया कि शव मिलने की घटना के बाद परियर घाट पर न तो यूपी सरकार का कोई मंत्री गया और न सत्तारूढ़ दल का कोई बड़ा नेता। इससे सरकार और सत्तारूढ़ दल की संवेदनहीनता स्पष्ट होती है।
उन्होंने कहा कि यह बहुत बड़ी घटना है, इसकी सीबीआई जांच जरूर कराई जाए।
इंडो-एशियन न्यूज सर्विस।