भोपाल, 9 मई (आईएएनएस)। रक्षामंत्री निर्मला सीतारमण ने तीन दशक पुराने भोपाल गैस हादसे का जिक्र करते हुए यहां गुरुवार को कहा कि जब भी गैस हादसे की बात आएगी और वारेन एंडरसन को भगाए जाने की बात उठेगी तब राजीव गांधी सरकार का जिक्र आएगा ही।
रक्षामंत्री ने भाजपा कार्यालय में संवाददाताओं से चर्चा करते हुए कहा, “राजीव गांधी देश के प्रधानमंत्री रहे हैं और बाद में शहीद हो गए। हम उनका पूरा सम्मान करते हैं। लेकिन इसका यह मतलब नहीं है कि हम उनकी सरकार के कुशासन, उनकी सरकार में व्याप्त भ्रष्टाचार और उनकी नीतियों के बारे में बात नहीं कर सकते। हम जब भी भोपाल गैस त्रासदी के आरोपी वारेन एंडरसन को भगाए जाने की चर्चा करेंगे, तो राजीव गांधी सरकार का ही जिक्र आएगा। इसमें क्या गलत है?”
भोपाल स्थित यूनियन कार्बाइड संयंत्र से 2-3 दिसंबर, 1984 की रात जहरीली गैस रिसी थी। उससे हजारों लोग मारे गए थे। अब भी हजारों लोग इस जहरीली गैस का दुष्प्रभाव झेल रहे हैं। वारेन एंडरसन हादसे के बाद भोपाल आया और पुलिस की सुरक्षा में दिल्ली गया और वहां से अमेरिका लौट गया। वह दोबारा भारत नहीं आया।
रक्षामंत्री ने आरोप लगाया, “पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी अपने परिवारवालों और ससुराल के लोगों के साथ आईएनएस विराट पर सैर-सपाटा करते रहे और अब उन्हीं की पार्टी के लोग हम पर सेना के नाम पर राजनीति करने का आरोप लगा रहे हैं।”
निर्मला ने आगे कहा, “आईएनएस विराट को लेकर सारी जानकारी पब्लिक डोमेन में है। सबको सच पता है। आईएनएस विराट के क्रू मेंबर ने भी स्वीकार किया है कि राजीव गाधी अपने परिजनों के साथ विराट में घूमते थे।”
उन्होंने कहा कि कांग्रेस के पास अब कोई मुद्दा नहीं बचा है, इसलिए वे गाली-गलौजवाली भाषा का उपयोग कर रहे हैं।
प्रधानमंत्री अपने भाषणों में विपक्षी दलों और नेताओं के बारे में जो टिप्पणियां कर रहे हैं, उनमें से कोई भी नाजायज नहीं है।
रक्षामंत्री ने कहा, “वर्ष 2014 में भारत की जनता ने भारतीय जनता पार्टी को स्पष्ट बहुमत दिया था, जिस पर मोदी ने मजबूत नींव रखी। पांच वर्षो में दुनिया में भारत का मान-सम्मान बढ़ा है। हम इसी मजबूत नींव को लेकर आगे बढ़ रहे हैं।”
राफेल को लेकर पूछे गए सवाल के जवाब में रक्षामंत्री ने कहा, “कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने राफेल मुद्दे के माध्यम से प्रधानमंत्री की छवि खराब करने के लिए खूब आरोप लगाए। लेकिन सीएजी, सुप्रीम कोर्ट आदि द्वारा दी गई व्यवस्थाओं से यह साबित हो गया कि इस सौदे में कुछ भी गलत नहीं हुआ और राफेल सौदा देशहित में है।”
उन्होंने कहा कि राहुल गांधी ने यह मुद्दा उठाकर शेर की सवारी तो कर ली, अब उनसे शेर की पीठ से उतरते नहीं बन रहा। राहुल जानते हैं कि वह झूठ बोल रहे हैं, लेकिन इस मुद्दे को गरम रखना उनकी मजबूरी है।