जौनपुर (उप्र), 9 मई (आईएएनएस)। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने यहां गुरुवार को सपा-बसपा-रालोद गठबंधन और कांग्रेस पर हमला बोला। उन्होंने कहा कि “बहन जी (मायावती) को यूपी से बाहर करने का जो खेल खेला गया, वो उन्हें आज नहीं, 23 मई के बाद समझ आएगा।”
प्रधानमंत्री ने यहां एक चुनावी जनसभा को संबोधित करते हुए कहा कि 5 चरण के मतदान के बाद स्थिति ये है कि कांग्रेस पार्टी तो मैच खेले बगैर ही मैदान से बाहर हो चुकी है, वो मैदान छोड़ के भाग चुके हैं। सपा और बसपा इसलिए परेशान हो रहे हैं, क्योंकि वोट ट्रांसफर के जिस फार्मूले पर इन्होंने गठबंधन किया था, उस फार्मूले को ही जनता ने नकार दिया है। यहां तक कि बहन जी (मायावती) को यूपी से बाहर करने का जो खेल खेला गया, वो उन्हें आज नहीं, 23 मई के बाद समझ आएगा।
उन्होंने कहा, “इन समाजवादी खेल के बीच जिन लोगों ने बाबा साहब आंबेडकर को भूमाफिया बताया, कदम-कदम पर अपमानित किया, उन्हीं के लिए अब बहन जी वोट मांग रही हैं।”
मोदी ने कहा कि सपा हो या बसपा, इन्होंने यूपी में जातिवाद की राजनीति की है। आपस में जातिवादी दुश्मनी के कारण यूपी के लोगों के साथ भेदभाव करती रही।
उन्होंने खुद की ओर इशारा करते हुए कहा, “आपके इस सेवक ने 34 करोड़ से ज्यादा गरीबों के बैंक खाते खुलवाए हैं। अब आपके हक का पैसा बिचौलियों के पास नहीं, सीधा आपके बैंक खाते में आ रहा है। देश विकास कर रहा है।”
मोदी ने कहा, “दिल्ली में एसी कमरों में बैठे जो लोग 20वीं सदी का तराजू लेकर चुनावी राजनीति को तोल रहे हैं वो जरा जौनपुर में आकर देखें। चुनाव की आंधी इसे कहते हैं, कमाल कर दिया आपने।”
प्रधानमंत्री ने कहा, “आराम की आदत जब किसी को लग जाती है, तब उसकी राजनीति ही 33-35 सीटों तक सिमट जाती है। देश की रक्षा और सुरक्षा से बेफिक्र बुआ और बबुआ ने मुझे आराम करने की सलाह दी है। उनको मेरे होने से तकलीफ होती है, उनको लगता है कि मोदी अगर आराम करेगा तो उन्हें कुछ सुविधा होगी। अरे बुआ जी, बबुआ जी! मोदी आराम करे या न करे, लोगों के इस प्यार और आशीर्वाद को कैसे रोकोगे?”
उन्होंने कहा, “देश के भीतर छुपे गद्दारों को मत-पंथ से ऊपर उठकर सजा दी जा रही है। यही हमारी नीति है, जिसके बल पर हमने आतंकवाद और नक्सलवाद को खत्म करने का संकल्प लिया है। ये आपके वोट की ताकत है कि देश आज आतंकवाद के सामने मजबूती से लड़ाई लड़ रहा है।”
मोदी ने कहा, “आज हमारे सपूत पाकिस्तान में घुसकर आतंकियों को मारते हैं। 2014 से पहले आए दिन पाकिस्तानी आतंकी देश को डराते रहते थे। लेकिन बीते 5 वर्ष में देश को दहलाने वाले ये लोग, नक्सल प्रभावित क्षेत्रों और जम्मू-कश्मीर के छोटे से हिस्से तक सिमट गए हैं।”