श्रीनगर, 4 मई (आईएएनएस)। भारत के खुफिया विभाग के एक अधिकारी ने श्रीलंका के सेना प्रमुख के बयान पर कहा कि इस बात के कोई साक्ष्य नहीं है कि श्रीलंकाई आतंकियों को कश्मीर में प्रशिक्षण मिला था।
श्रीलंका के सेना प्रमुख महेश सेनानायके ने एक बयान में कहा था कि ईस्टर के दिन रविवार को हुए धमाकों में शामिल 12 में से कुछ आत्मघाती हमलावोरों को प्रशिक्षण कश्मीर में मिला था।
आईएएनएस से बातचीत करते हुए अधिकारी ने पहचान जाहिर नहीं करने की शर्त पर कहा, “हमारे पास ऐसी कोई जानकारी नहीं है। श्रीलंका के खुफिया विभाग ने ऐसा कोई सूचना नहीं दी, जिसके आधार पर हम दोनों जगह के साथ जुड़ाव पर काम कर सकें।”
उन्होंने कहा, “जहां तक हमारे पास जानकारी है, इस बात के कोई सबूत नहीं है कि श्रीलंकाई आत्मघाती हमलावर कभी कश्मीर आए और यहां किसी प्रकार का प्रशिक्षण लिया।”
अधिकारी की बात का समर्थन करते हुए गृह मंत्रालय के अधिकारी ने कहा, “श्रीलंका ने हमारे साथ इस मुद्दे को लेकर कोई जानकारी साझा नहीं की है। इससे भी महत्वपूर्ण बात यह है कि श्रीलंकाई सुरक्षा एजेंसियों ने खुद जांच के बाद इस संभावना से इंकार किया।”
पिछले कुछ समय में ऐसे उदाहरण सामने आए हैं, जब पाकिस्तान से संबंधित विदेशी आतंकी कश्मीर में आतंकवादी गतिविधियों में शामिल हुए।
पिछले 32 वर्षो में अफगानिस्तान, सूडान और यहां तक की चेचन्या के आतंकियों को भी भारतीय सुरक्षा बलों ने कश्मीर में मार गिराया है। हालांकि, इस बात के कोई साक्ष्य मौजूद नहीं है कि यहां से किसी आतंकी का श्रीलंका में हुए हमलों से कोई लेनादेना नहीं है।