गुवाहाटी, 5 जनवरी (आईएएनएस)। राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) ने गुरुवार को कहा कि उसने नागालैंड से तीन बोडो उग्रवादियों को असम जनसंहार में शामिल होने के आरोप में गिरफ्तार किया है।
राष्ट्रीय जांच एजेंसी ने एक बयान में कहा कि नेशनल डेमोक्रेटिक फ्रंट ऑफ बोडोलैंड (एनडीएफबी) के वार्ता विरोधी धड़े के खिलाफ बुधवार को नागालैंड पुलिस के साथ एक अभियान चलाया गया।
नागालैंड के कोहिमा से तीन एनडीएफबी नेता अजय बासुमतारी उर्फ बी. बुहूम (32), दिलीप बासुमतारी उर्फ बाइसा उर्फ लंबू (40) और खामरेई बासुमतारी उर्फ उडला (35) को गिरफ्तार किया गया है।
एनआईए ने कहा कि शोणितपुर जिले में 23 दिसंबर को अजय बासुमतारी के निर्देशन में ही आदिवासियों की हत्या की गई थी।
बयान के मुताबिक, “दिलीप बासुमतारी भी एक खूंखार आतंकवादी है। वह भारत-भूटान सीमा और असम-अरुणाचल प्रदेश की सीमा पर स्थित असम के आरक्षित वन क्षेत्रों में एनडीएफबी की गतिविधियों का संचालक था।”
बयान में कहा गया है कि वह असम में हाल ही में हुए जनसंहार की साजिश में सक्रिय रूप से शामिल था।
एनआईए ने कहा कि खामरेई बासुमतारी 23 दिसंबर को कोकराझार जिले में हुए जनसंहार में शामिल था। वह पिछले साल मई में बाका जिले में हुई हिंसा में भी शामिल था।
गिरफ्तार किए गए एनडीएफबी नेताओं के पास से सात मोबाइल और एनडीएफबी से संबंधित कुछ दस्तावेज बरामद किए गए हैं।
सेना की रेड हॉर्न्स डिवीजन ने बुधवार को गोलपारा जिले से एक वरिष्ठ एनडीएफबी नेता को गिरफ्तार किया।
उल्लेखनीय है कि एनडीएफबी ने 23 दिसंबर को कोकराझार, शोणितपुर और चिरांग जिले में 75 लोगों को मौत के घाट उतार दिया था। इस हिसा के कारण बोडोलैंड प्रादेशिक क्षेत्र के जिले (बीटीएडी) कोकराझार, शोणितपुर, चिरांग और उदालगुड़ी जिले में दो लाख से भी अधिक लोगों को अपना घर छोड़ना पड़ा था।
इंडो-एशियन न्यूज सर्विस।