पणजी, 1 मई (आईएएनएस)। आईएनएस विक्रमादित्य में आग बुझाने की कोशिश में एक अधिकारी के शहीद होने के कई दिनों बाद विमान वाहक पोत 10 दिवसीय भारत-फ्रांस नौसेना अभ्यास ‘वरुण 19.1’ में हिस्सा लेगा, जिसकी शुरुआत यहां बुधवार को हो गई।
भारतीय नौसेना के एक बयान में कहा गया है कि अभ्यास दो चरणों में आयोजित होगा -गोवा में बंदरगाह चरण, जिसमें क्रॉस विजिट्स, पेशेवर संवाद और खेल समारोह शामिल है, और दूसरा समुद्र चरण, जिसमें समुद्री संचालन के आयाम से बाहर विभिन्न अभ्यास किए जाएंगे।
बयान के अनुसार, “आगामी 17वें चरण में, फ्रांस की नौसेना का विमान वाहक एफएनएस चार्लीस डे गाउले, दो डिस्ट्रायर, एफएनएस फोर्बिन और एफएनएस प्रोवेंस, एफएनएस लेटौचे-ट्रेवेली, टैंकर एफएनएस मार्ने और एक परमाणु पनडुब्बी शामिल होगी।”
बयान के अनुसार, “भारत की तरफ से, विमान वाहक पोत आईएनएस विक्रमादित्य, डिस्ट्रायर आईएनएस मुंबई, टैग-क्लास फ्रीगेट, आईएनएस तर्कश, शिशुमार क्लास पनडुब्बी, आईएनएस शंकुल और दीपक क्लास फ्लीट टैंकर, आईएनएस दीपक इस अभ्यास में भाग लेंगे।”
26 अप्रैल को कर्नाटक के कारवर बंदरगाह में प्रवेश करते वक्त आईएनएस विक्रमादित्य में आग लग गई थी, जिसे बुझाने के क्रम में लेफ्टिनेंट कमांडर डी.एस. चौहान शहीद हो गए थे।
अभ्यास का दूसरा भाग, ‘वरुण 19.2’ जिबूती में मई के अंत में होना प्रस्तावित है।