कौशांबी, 1 मई (आईएएनएस)। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सपा, बसपा और कांग्रेस पर बुधवार को यहां निशाना साधा, और कहा कि पिछले चुनाव में सपा-बसपा, जो दुश्मन थे वे आज बचने के लिए ‘तुम मुझे बचाओ मैं तुम्हें बचाऊं’ का खेल खेल रहे हैं।
मोदी ने यहां एक चुनावी जनसभा को संबोधित करते हुए कहा, “अभी कुछ समय पहले उत्तर प्रदेश में जो दो काली जैकेट पहनकर घूम रहे थे, वे दोनों आज एक-दूसरे के दुश्मन बन गए हैं। कर्नाटक में सरकार बनने के दिन गठबधंन वालों ने हाथ मिलाए थे, लेकिन बेंगलुरू से दिल्ली आते-आते ही ये एक-दूसरे के जानी दुश्मन बन गए। पिछले चुनाव में सपा-बसपा, जो दुश्मन थे वे आज बचने के लिए ‘तुम मुझे बचाओ मै तुम्हें बचाऊं’ का खेल खेल रहे हैं। इन सब का यही हाल है।”
उन्होंने कहा, “महामिलावटी लोग जातिवाद, वंशवाद को बढ़ावा देने वाले हैं। ये वही लोग हैं, जिनके लोग या तो बेल पर हैं या जेल में। क्या ऐसे लोग देश का भला कर सकते हैं?”
मोदी ने कहा, “मैंने सभी जातियों के लिए काम किया है। सब जातियां मेरी हैं। जैसे नमक के बिना खाना नहीं बनता, वैसे नमक की तरह हर जगह फैल जाना, हर एक का भला करना, यही मेरा काम है। देश का भला जाति के आधार पर रेवड़ियां बांटकर नहीं होगा।”
उन्होंने कहा कि इस चुनाव की एक विशेषता है कि कई साल तक देश में राज करने वाली कांग्रेस जिसके पास कई संसाधन हैं, वह सबसे कम सीटों पर लड़ रही है।
मोदी ने कहा, “जब सरकार बदलती है, नीयत बदलती है, तब कैसा परिणाम आता है, वह प्रयागराज के कुंभ मेले ने इस बार दिखा दिया है। कुंभ के मेले ने दिखा दिया है। पहले कुंभ मेले में अखाड़ों के बीच लड़ाइयों की खबरें आती थीं, इस बार सबने मिल-जुलकर कुंभ को सफल बनाया। पहले कुंभ का मेला होता था तो भ्रष्टाचार की बातें सामने आती थीं। इस बार कुंभ का मेला हुआ तो शान से माथा ऊंचा हो गया, भ्रष्टाचार का एक भी आरोप इस बार कुंभ में नहीं लगा। इस बार कुंभ की चर्चा सफाई को लेकर हुई। उप्र ने दुनिया को बता दिया कि वे व्यवस्था को बनाने वाले हैं।”
मोदी ने कहा, “जब पंडित नेहरू प्रधानमंत्री थे तो वह एक बार कुंभ मेले में आए थे। तब पंचायत से पार्लियामेंट तक कांग्रेस की सरकार थी। तब अव्यवस्था के कारण कुंभ में भगदड़ मच गई थी, हजारों लोग मारे गए थे, लेकिन पंडित नेहरू पर कोई दाग न लग जाए, उसके लिए यह खबर दबा दी गई। उस समय की मीडिया ने भी उन खबरों को दिखाने की हिम्मत नहीं जुटाई थी, उन परिवारों को, जिन्होंने अपनों को खोया था, उन्हें एक रुपया नहीं मिला। यह सिर्फ भगदड़ नहीं थी, भगदड़ के बाद जो हुआ वह असंवेदनशीलता का जुल्म था।”
मोदी ने कहा, “कुंभ में जिन लोगों ने सफाई की, उनके लिए मेरे मन में बहुत सम्मान रहा। उन लोगों ने कुंभ में सफाई के प्रति लोगों की सोच बदल दी। इन सफाई करने वाले भाइयों-बहनों के पैर धोकर मुझे जो पुण्य मिला है, वह मेरी सबसे बड़ी पूंजी है।”