जिला प्रशासन वहां शांति पाठ भी कराएगा। इस बीच इस घटना को देखते हुए राज्य सरकार ने पवन कुमार को कार्यवाहक एसपी बना कर भेजा है। उन्नाव के एसपी बीमारी के चलते अवकाश पर हैं।
प्रदेश के आईजी कानून व्यवस्था ए.सतीश गणेश ने यहां यह जानकारी दी। उन्होंने बताया कि वहां मिले लगभग 100 में से 80 शवों का डीएनए टेस्ट करा लिया गया है। जिला प्रशासन ने आसपास के 45 गांवों के प्रधानों से कहा है कि वह इन गांवों में हुई मौतों का विवरण दें ताकि उन परिवार के लोगों के डीएनए से मिलान कर शवों की शिनाख्त की जा सके।
उन्होंने बताया कि उन्नाव के परियर घाट के आसपास इन्हीं 45 गांवों के मृत लोगांे का अंतिम संस्कार होता है। उन्होंने कहा कि लोगों का मत था कि इन शवों का अंतिम संस्कार दुबारा नहीं कराया जा सकता। इसलिए आम सहमति से यह राय बनी कि इन्हें नम्बरिंग कर दफनाया जाए।
उन्होंने बताया कि फोरेन्सिक विशेषज्ञों और डाक्टरों की टीमों ने 20 शवों को इस लायक नहीं पाया कि इनसे कोई डीएनए निकाला जा सके। यह टीम हर पहलू से मामले को देख रही है। उन्होंने बताया कि डीआईजी रेंज राकेश चतुर्वेदी ने मंगलवार रात वहां कैम्प किया था। उन्होंने बताया कि इस पूरे मामले में की जा रही कार्यवाही की वीडियोग्राफी भी कराई जा रही है।
एक सवाल के जवाब में उन्होंने बताया कि जिलाधिकारी उन्नाव से एक विस्तिृत और तथ्यपरक रिपोर्ट इस बारे में मांगी गई है। जिसे केन्द्र सरकार को भेजा जाएगा। उल्लेखनीय है कि केंद्रीय गृह मंत्री राजनाथ िंसह ने इस बारे में राज्य सरकार से रिपोर्ट मांगी थी।
उधर सूत्र बताते हैं कि उन्नाव जिलाधिकारी ने अपनी एक रिपोर्ट शासन को सौंप दी है। लेकिन इस संबंध में कोई आधिकारिक पुष्टि नहीं की गई है।
इंडो-एशियन न्यूज सर्विस।