
महाराजपुर के संगम में पिछले कई वर्षो से संक्रांति पर्व मनाया जाता है जिसमे जिला प्रशासन व पुलिस प्रशासन की भूमिका अहम् रहती है ।इन्ही कारणों को देखते हुए नगर के युवा कार्यकर्ता लोगो की भावनाओ को देखते हुए मुफ्त चाय की सेवा देना शुरू किये ।2010 से ये सेवा शुरू हुई और विगत 4 सालो से चाय की मुफ्त सेवा हर मकर संक्रांति के दौरान दी जाती है। मंडला में श्रद्धालुओं का जमावड़ा दो दिन पहले से ही संगम में लग जाता है इस दौरान इस जगह में अनेक दुकाने लगाई जाती है ।
चंदा नहीं स्वेच्छा से सहयोग राशि एकत्रित होती है
वैसे तो कोई स्थानीय समिति नहीं बनाई गई है और न ही कोई समिति का प्रधान ।समिति के मनीष बासल जो की जैन समाज से है बताते है की हमारे मित्रो में पंजाबी,मुस्लिम,ब्राम्हण, क्षत्रिय,सभी वर्ग के लोग है जो अपनी स्वेच्छा से 100 रु से लेकर 1000 रु तक सहयोग के रूप में एकत्र करते है ।जिसमे 600 लीटर दूध,शक्कर 4 कुंटल, चाये पत्ती 60 किलो ,अदरक 50 किलो ,डिस्पोजर 1 लाख ,पानी की व्यवस्था भी टेंकर से करते है ।
समिति के सदस्य हैं -मनीष बासल, संदीप गुप्ता,मुकेश ताम्रकार ,राजेश गुप्ता,जाकिर भाईजान,सर्वजीत सिंह पनेसर ,संतोष राय, विमल मोदी,तारेंद्र शर्मा,सूरज अग्रवाल,शैलेश श्रीवास्तव,हैप्पी जैन,नीरज यादव,यश यादव,अनिल साहू,रामजी गायक,रितेश राय, शिवम् तिवारी,हर्ष ताम्रकार,श्याम झारिया,बूटा ग्रेवाल, बसंत अग्रवाल,राजू साहू,अरुण सिंह,सतीश नामदेव,सुनील पाण्डेय,दीपक बैस,धर्मेन्द्र यादव,दुर्गेश मिश्रा ,अशोक अग्रवाल वकील आदि मित्र गण ।इस काम के लिए बाहर से आने वाले श्रद्धालु से कोई दान राशि नहीं ली जाती ।समिति के लोगो का कहना है की माँ नर्मदा के तट में कभी कमी नहीं होती माँ किसी न किसी रूप में पूरा कर देती है।