भोपाल, 14 अप्रैल (आईएएनएस)। मध्य प्रदेश के 29 संसदीय क्षेत्रों में कांग्रेस ने जहां 28 उम्मीदवारों के नामों का ऐलान कर दिया है, वहीं भाजपा 21 उम्मीदवारों के नामों का ही ऐलान कर पाई है।
इस तरह उम्मीदवारी चयन में कांग्रेस के मुकाबले भाजपा पिछड़ती नजर आ रही हैं। इंदौर एक ऐसा संसदीय क्षेत्र है जहां से भाजपा और कांग्रेस में उम्मीदवारों को लेकर मंथन जारी है।
आम चुनाव के चौथे चरण और राज्य में पहले चरण का मतदान 29 अप्रैल को छह संसदीय क्षेत्रों में होने वाला है। इसके अलावा तीन अन्य चरणों में राज्य की शेष सीटों के लिए मतदान होगा। कांग्रेस ने शनिवार की रात को तीन संसदीय क्षेत्रों ग्वालियर से अशोक सिंह, भिंड से देवाशीष जारारिया और धार से दिनेश गिरवाल को उम्मीदवार बनाया है। इस तरह कांग्रेस ने 28 उम्मीदवारों के नाम तय कर दिए हैं।
एक तरफ जहां कांग्रेस 28 उम्मीदवारों के नाम तय कर चुकी है, वहीं भाजपा सिर्फ 21 उम्मीदवारों के नामों पर ही फैसला कर पाई है। भाजपा में आठ संसदीय क्षेत्रों इंदौर, विदिशा, गुना, सागर,खजुराहो, धार, रतलाम और भोपाल के लिए उम्मीदवारों के नामों को लेकर मंथन जारी है।
राज्य में इंदौर वर्तमान में ऐसा संसदीय क्षेत्र है, जहां से भाजपा और कांग्रेस दोनों ही उम्मीदवारों के नामों की घोषणा नहीं कर पाई है। इंदौर से लगातार आठ बार निर्वाचित होने वाली लोकसभा अध्यक्ष सुमित्रा महाजन के चुनाव लड़ने से इनकार किए जाने के बाद भाजपा में उम्मीदवार चयन को लेकर माथापच्ची का दौर जारी है।