लॉस एंजेलिस, 14 अप्रैल (आईएएनएस)। एयरोस्पेस कंपनी स्ट्रेटोलॉन्च द्वारा बनाए दुनिया के सबसे बड़े विमान ने शनिवार को अपनी पहली परीक्षण उड़ान सफलतापूर्वक पूरी की।
समाचार एजेंसी सिन्हुआ के मुताबिक, स्ट्रेटोलॉन्च ने एक बयान में कहा कि दोहरे ढांचे वाले डिजाइन और अमेरिकी फुटबॉल मैदान की लंबाई से ज्यादा बड़े पंखों वाले इस विमान ने कैलिफोर्निया के मोजेव एयर एंड स्पेस पोर्ट से सुबह 6.58 बजे (पैसिफिक टाइम) उड़ान भरी।
अधिकतम 189 मील (302.4 किलोमीटर) प्रति घंटे की गति को प्राप्त करते हुए विमान ने मोजेव रेगिस्तान में 17,000 फीट की ऊंचाई पर 2.5 घंटे तक उड़ान भरी।
स्ट्रेटोलॉन्च के सीईओ जीन फ्लॉयड ने कहा, “पहली उड़ान कितनी शानदार रही।”
उन्होंने कहा, “आज की उड़ान ग्राउंड लॉन्च सिस्टम का एक लचीला विकल्प प्रदान करने के हमारे मिशन को आगे बढ़ाएगी। हमें स्ट्रेटोलॉन्च टीम, आज के फ्लाइट क्रू, नॉर्थ्रप ग्रम्मन के स्केल्ड कम्पोजिट्स और मोजेव एयर एंड स्पेस पोर्ट के हमारे सहयोगियों पर बेहद गर्व है।”
स्ट्रेटोलॉन्च की स्थापना 2011 में माइक्रोसॉफ्ट के सह-संस्थापक दिवंगत पॉल ऐलन द्वारा बड़े वाहक विमान को ऑर्बिटल-क्लास रॉकेट के लिए उड़ान लॉन्च पैड के रूप में विकसित करने के लिए की गई थी।
सीएनएन के अनुसार, विमान के पंखों का फैलाव 385 फीट है और यह 238 फीट लंबा है, जो कि एक विश्व रिकॉर्ड है। यह धरती पर किसी भी हवाई जहाज की तुलना में सबसे ज्यादा चौड़ा है और इसका वजन पांच लाख पाउंड है।
नासा में विज्ञान मिशन निदेशालय के एसोसिएट एडमिनिस्ट्रेटर थॉमस जुर्बुचेन ने ट्वीट किया, “इस रिकॉर्ड कायम करने वाले विमान का उड़ान भरना स्ट्रेटोलॉन्च टीम के लिए एक ऐतिहासिक मील का पत्थर है! यह अंतरिक्ष के छोर तक और उससे भी परे जाने से जुड़ा है।”
उन्होंने कहा, “काश पॉल ऐलन यह देख पाते।”