शिमला, 12 अप्रैल (आईएएनएस)। हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर के बयान से आहत ऊर्जा मंत्री अनिल शर्मा ने शुक्रवार को मंत्री पद से इस्तीफा दे दिया। उन्होंने अपने बेटे व कांग्रेस प्रत्याशी आश्रय शर्मा के खिलाफ चुनाव प्रचार से मना कर दिया था।
शिमला, 12 अप्रैल (आईएएनएस)। हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर के बयान से आहत ऊर्जा मंत्री अनिल शर्मा ने शुक्रवार को मंत्री पद से इस्तीफा दे दिया। उन्होंने अपने बेटे व कांग्रेस प्रत्याशी आश्रय शर्मा के खिलाफ चुनाव प्रचार से मना कर दिया था।
लेकिन, अनिल शर्मा ने भाजपा या राज्य विधानसभा से इस्तीफा नहीं दिया है।
शर्मा ने यहां संवाददाताओं से कहा, “जयराम ठाकुर ने कल (गुरुवार को) मेरे क्षेत्र में मेरे खिलाफ बयान दिया जिससे मैं आहत हूं। आज सुबह मैंने उनकी कैबिनेट से इस्तीफा देने का फैसला किया और उनके दफ्तर को अपना इस्तीफा सौंप दिया।”
उन्होंने साफ किया कि वह विधानसभा से इस्तीफा नहीं दे रहे हैं।
उन्होंने कहा, “मैं अभी भी भाजपा का सदस्य हूं लेकिन मैं किसी भी पार्टी प्रत्याशी के लिए प्रचार नहीं करूंगा। अगर भाजपा चाहे, तो मुझे पार्टी से बर्खास्त कर सकती है।”
मुख्यमंत्री और उनके मंत्री अनिल शर्मा के बीच मतभेद तब उभरे जब शर्मा के पिता पूर्व केंद्रीय संचार मंत्री सुखराम और बेटे आश्रय शर्मा ने भाजपा छोड़कर कांग्रेस की सदस्यता ले ली।
आश्रय शर्मा मंडी संसदीय सीट पर कांग्रेस के प्रत्याशी हैं। उनका मुकाबला भाजपा के मौजूदा सांसद राम स्वरूप शर्मा से है।
मुख्यमंत्री ने गुरुवार को कहा था कि भाजपा सदस्य होने के नाते यह उनका (अनिल शर्मा का) कर्तव्य और जिम्मेदारी है कि वह पार्टी के लिए काम करें।
ठाकुर ने आईएएनएस से कहा, “अगर वह (अनिल शर्मा) मंडी में भाजपा का प्रचार नहीं करना चाहते तो उन्हें मंत्रिमंडल और पार्टी से निश्चित ही इस्तीफा दे देना चाहिए। हम भी उन्हें मंत्रिमंडल और पार्टी से हटा सकते हैं।”
अनिल शर्मा ने इससे पहले कहा था कि वह भाजपा के लिए तो प्रचार करेंगे लेकिन अपने बेटे के खिलाफ प्रचार नहीं करेंगे।