अहमदनगर (महाराष्ट्र), 12 अप्रैल (आईएएनएस)। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शुक्रवार को एक बार फिर राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) अध्यक्ष शरद पवार को जम्मू एवं कश्मीर और भारत के लिए अलग-अलग प्रधानमंत्री बनाने के प्रस्ताव के खिलाफ बोलने के लिए उकसाया। कांग्रेस पार्टी के गठबंधन के साथी नेशनल कांफ्रेंस ने यह प्रस्ताव रखा है।
मोदी ने पश्चिमी महाराष्ट्र के अहमदनगर में एक जनसभा के दौरान यह बात कही। उन्होंने इससे पहले राज्य में हुई एक रैली में भी ऐसे ही बयान दिए थे।
मोदी ने कहा, “हमें इस पर कांग्रेस से कोई आशा नहीं है। वे वही काट रहे हैं, जो उन्होंने बोया था। लेकिन आपको क्या हो गया है, शरदराव? आप कितने समय तक दो प्रधानमंत्रियों की इस मांग पर चुप रहेंगे? आपकी पार्टी के नाम में ‘राष्ट्रवादी’ जुड़ा हुआ है, लेकिन क्या यह केवल देश के लोगों को धोखा देने के लिए है?”
पवार को उकसाते हुए मोदी ने कहा कि क्यों 1999 में कांग्रेस छोड़ने वाले कद्दावर मराठा नेता चुप हैं। उन्होंने कांग्रेस व राकांपा पर उनसे हाथ मिलाने का आरोप लगाया जो जम्मू एवं कश्मीर से भारत को अलग करना चाहते हैं।
उन्होंने कहा कि कैसे पवार के आसपास होते हुए भी लोग एक देश में दो प्रधानमंत्रियों की बात कर लेते हैं और आश्चर्य जताया कि कैसे राकांपा प्रमुख इस तरह की अलगाववादी बातों को बर्दाश्त कर लेते हैं, जबकि वह छत्रपति शिवाजी महाराज की भूमि से आते हैं। इसके अलावा वह पूर्व में केंद्रीय रक्षा मंत्री भी रह चुके हैं।
देश की सुरक्षा और संप्रभुता की रक्षा करने के लिए प्रतिबद्धता जताते हुए मोदी ने कहा, “क्या युवा एक ‘ईमानदार चौकीदार’ चाहते हैं या एक ‘भ्रष्ट नामदार’? क्या वे भारत के नायकों (हीरो) को चुनेंगे या फिर उन्हें जो पाकिस्तान में नायक हैं।”
मोदी ने कहा कि महाराष्ट्र में कांग्रेस-राकांपा शासन के दौरान, मुंबई में केवल आतंकी हमले होते थे। भाजपा के शासनकाल में ऐसा कुछ भी नहीं हुआ, क्योंकि सरकार ने कड़ाई से आतंकवाद पर नकेल कसी है।