इस्लामाबाद, 12 अप्रैल (आईएएनएस)। पाकिस्तान के क्वेटा शहर में शुक्रवार को हजारा समुदाय के लोगों को निशाना बनाकर किए गए विस्फोट में कम से कम आठ लोग मारे गए और कई अन्य घायल हो गए।
पुलिस उप महानिरीक्षक (डीआईजी) अब्दुल रज्जाक चीमा ने मृतकों की संख्या की पुष्टि की और डॉन न्यूज को बताया कि मृतकों में सात हजारा समुदाय के हैं जिन्हें सांप्रदायिक हिंसा का निशाना बनाया गया है क्योंकि वे अपनी विशिष्ट शारीरिक बनावट के कारण आसानी से पहचाने जा सकते हैं।
पुलिस ने कहा कि मृतकों की संख्या बढ़ सकती है क्योंकि कई घायलों की हालत गंभीर है।
बलूचिस्तान के मुख्यमंत्री जाम कमाल ने हमले की कड़ी निंदा की है और आश्वासन दिया है कि हमले में शामिल तत्वों से सख्ती से निपटा जाएगा।
कमाल ने कहा, “जिन लोगों की चरमपंथी मानसिकता है, वे समाज के लिए एक खतरा हैं।” उन्होंने कहा, “हमें शांति को बाधित करने की साजिश को जरूर नाकाम करना चाहिए।”
राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग (एनसीएचआर) द्वारा पिछले साल जारी एक रिपोर्ट में कहा गया कि जनवरी 2012 से दिसंबर 2017 तक क्वेटा में आतंकवाद की विभिन्न घटनाओं में हजारा समुदाय के 509 सदस्य मारे गए और 627 घायल हुए।