पणजी, 27 मार्च (आईएएनएस)। महाराष्ट्रवादी गोमांतक पार्टी (एमजीपी) के दो विधायकों में से एक दीपक पावस्कर को कैबिनेट मंत्री बनाए जाने की संभावना है।
एमजीपी के दो विधायक अपनी क्षेत्रीय पार्टी का विभाजन कर भाजपा में विलय कर आधी रात को भाजपा में शामिल हो गए।
इस नाटकीय घटनाक्रम पर अपनी पहली प्रतिक्रिया में उपमुख्यमंत्री सुदीन धावलिकर ने दोनों विधायकों को अप्रत्यक्ष रूप से चेतावनी दी कि उनका राजनीतिक भविष्य समाप्त हो सकता है।
भाजपा सूत्रों ने कहा कि 36 सदस्यीय राज्य विधानसभा में अब एमजीपी के एकमात्र विधायक धावलिकर को कैबिनेट से हटाए जाने की संभावना है ताकि 12 सदस्यीय कैबिनेट में पावस्कर के लिए जगह बनाई जा सके।
पावस्कर ने संवाददाताओं से विधानसभा परिसर में कहा, “मुझे आश्वासन दिया गया है कि राजभवन में बुधवार दोपहर बाद शपथ ग्रहण समारोह होगा। मुझे मुख्यमंत्री द्वारा दिया गया कोई भी मंत्रालय स्वीकार करने में खुशी होगी।”
मुख्यमंत्री प्रमोद सावंत ने भी कहा कि पावस्कर का शपथ ग्रहण बुधवार को आयोजित होगा।
मंगलवार आधी रात 1.45 बजे एमजीपी के दो विधायकों पावस्कर व पर्यटनमंत्री मनोहर अजगांवकर तीन सदस्यीय एमजीपी विधायी दल का विभाजन करके सावंत व राज्य भाजपा अध्यक्ष विनय तेंदुलकर की मौजूदगी में भारतीय जनता पार्टी में शामिल हो गए।
धवलीकर ने कहा, “मैं अपने दो विधायकों से सिर्फ यह कह रहा हूं कि उन्होंने जो किया है उसे लोगों ने देखा है। इसके अलावा मैं कुछ भी नहीं कहना चाहता।”
लोक निर्माण मंत्री ने यह भी कहा कि अतीत में दो एमजीपी विधायकों -रामाकांत खलप व प्रकाश वेलिप 1990 में पार्टी से चले गए थे जिसके बाद उनका राजनीतिक करियर खत्म हो गया।
उन्होंने कहा, “वे फिर कभी विधायक नहीं बन सके।”
इस कदम के बाद भाजपा के विधायकों की संख्या 14 हो गई है।