अमेठी -पीढ़ियों से कांग्रेस के वफादार रहे हाजी मोहम्मद हारून राशिद ने सोमवार को पार्टी नेतृत्व को उस समय चौंका दिया जब उन्होंने घोषणा की कि वह अमेठी से राहुल गांधी के खिलाफ चुनाव लड़ेंगे। जब राजीव जी और सोनिया गांधी जी ने इस लोकसभा सीट से नामांकन दाखिल किया था तब उनके पिता प्रस्तावक हुआ करते थे।
हाजी हारून ने कांग्रेस से अपने मोहभंग होने का कारण अमेठी में विकास और प्रगति की कमी को बताया। उन्होंने कहा, ‘कांग्रेस के कहने और उसके करने में बहुत बड़ा अतंर है। अमेठी के अलावा कोई और स्थान इसे और बेहतर तरीके से समझा नहीं सकता है। अमेठी में मौजूद गरीबी इसकी कड़वी सच्चाई है और कोई भी इस तथ्य को गांव जाकर सत्यापित कर सकता है। मैंने उनके (राहुल गांधी) खिलाफ चुनाव लड़ने का फैसला किया है ताकि चीजें सही हो सकें।’
हारून के पिता मोहम्मद सुल्तान बहुत पुराने कांग्रेसी रहे हैं। उन्होंने कहा, ‘1910 में जन्मे मेरे पिता बहुत युवा उम्र में ही कांग्रेस में शामिल हो गए थे। हमने 70 सालों से ज्यादा समय तक कांग्रेस का समर्थन किया है लेकिन अब महसूस किया कि पार्टी अमेठी का विकास नहीं चाहती है। 70 साल का समय बहुत लंबा होता है। यदि हम अब नहीं जागे तो हम कभी भी अपने भाग्य को बदल नहीं पाएंगे।’
जब हारून से पूछा गया कि वह किस पार्टी के टिकट पर चुनाव लड़ेंगे तो उन्होंने कहा कि मैं फिलहाल विकल्पों पर विचार कर रहा हूं। हालांकि ऐसी खबरे हैं कि उन्हें समाजवादी पार्टी के समूह के कुछ नेताओं का समर्थन प्राप्त है।