पटना, 25 मार्च (आईएएनएस)। बिहार के मधेपुरा से सांसद और जन अधिकार पार्टी के अध्यक्ष पप्पू यादव ने सोमवार को कहा कि वह लोकसभा चुनाव के लिए 28 मार्च को मधेपुरा से अपना नामांकन भरेंगे। इसके साथ ही उन्होंने कहा कि वह 12 दिनों से बहुत अपमान झेल रहे हैं।
इस बीच उन्होंने अपने ट्विटर अकाउंट में अपने नाम के आगे ‘सेवक’ जोड़ लिया है।
कांग्रेस में शामिल होने की तमाम कोशिशें नाकाम होने के बाद उन्होंने कहा कि वह पिछले 12 दिनों से संविधान और लोकतंत्र बचाने के लिए काफी अपमान झेल रहे हैं।
पूर्व में राष्ट्रीय जनता दल (राजद) के नेता रहे पप्पू यादव ने सोमवार को ट्वीट कर कहा, “मैं संविधान और लोकतंत्र बचाने के लिए 12 दिनों से बहुत अपमान झेल रहा हूं। अब और नहीं। 28 मार्च को मधेपुरा से अपनी उम्मीदवारी का पर्चा दाखिल करूंगा। देखना है कि दिल्ली, पटना तय करेगा या मधेपुरा तय करेगा कि उसका सेवक कौन होगा?”
उल्लेखनीय है कि पप्पू यादव कांग्रेस में शामिल होने के लिए लगातार प्रयास कर रहे थे। उन्होंने कई बार सार्वजनिक रूप से कहा कि कांग्रेस नेतृत्व जो कहेगा वे वह करेंगे। कांग्रेस चाहेगी तो वह पार्टी में भी शामिल हो सकते हैं। इस दौरान वह कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी से भी मुलाकात कर चुके हैं। इस बयान के बाद ऐसा लगता है कि कांग्रेस से उनकी बात नहीं बनी है।
पप्पू यादव की पत्नी रंजीत रंजन कांग्रेस की नेता हैं और 2014 लोकसभा चुनाव में सुपौल से विजयी हुई थी।
मधेपुरा संसदीय क्षेत्र में तीसरे चरण के तहत 23 अप्रैल को मतदान होना है। राजग की ओर से जनता दल (युनाइटेड) ने यहां दिनेश चंद्र यादव को अपना प्रत्याशी बनाया है। सूत्रों के मुताबिक दिग्गज नेता शरद यादव यहां से महागठबंधन के उम्मीदवार के रूप में राजद के निशान पर चुनाव लड़ेंगे।