न्यूयार्क, 21 मार्च (आईएएनएस)। भारत स्थित प्रौद्योगिकी कंपनी के 30 लाख डॉलर के घोटाले के साजिशकर्ता ने अमेरिका की एक अदालत में अपना जुर्म कबूला है।
न्यूयार्क, 21 मार्च (आईएएनएस)। भारत स्थित प्रौद्योगिकी कंपनी के 30 लाख डॉलर के घोटाले के साजिशकर्ता ने अमेरिका की एक अदालत में अपना जुर्म कबूला है।
अमेरिकी अधिकारियों के अनुसार, इस घोटाले में सैकड़ों अमेरिकियों से धोखाधड़ी की गई जिससे भारत की प्रतिष्ठा को नुकसान हुआ।
सहायक महान्यायवादी ब्रायन बेंकोवस्की ने बुधवार को कहा कि बिशप मित्तल (24) ने उत्तरी केरोलिना राज्य स्थित चारलोट की संघीय अदालत के मजिस्ट्रेट जज डेविट एस. केयर के सामने प्रौद्योगिकी घोटाले की साजिश में अपना जुर्म कबूला।
न्याय विभाग ने एक बयान में कहा कि मित्तल ने कैपस्टोन टेक्नोलोजीज में सीमित दायित्व का स्वामित्व रखने वाले एक व्यक्ति व अन्य के साथ मिलकर भारत में एक कॉल सेंटर का उपयोग घोटाले के लिए किया, जिसमें अचानक नजर आने वाले विज्ञापनों का इस्तेमाल किया गया। ये विज्ञापन अचानक पीड़ित के कंप्यूटर पर प्रकट होते थे और स्क्री को फ्रीज कर देते थे।
बयान के अनुसार, विज्ञापन में पीड़ित को कैपस्टोन टेक्नोलोजीज से एक नंबर पर संपर्क करने को कहा जाता था जिसका जवाब भारत स्थित टेक सपोर्ट द्वारा दिया जाता था।
घोटालाबाज उनको मदद करने का बहाना बनाकर दूर से उनके कंप्यूटर का नियंत्रण करता था। मालवेयर या वायरस संक्रमण के लिए झूठे कारण बताकर उनसे कंप्यूटर की गड़बड़ी ठीक करने के लिए 200 से 2,400 डॉलर की मांग की जाती थी।
न्याय विभाग ने कहा, “मित्तल और उनके सहयोगी साजिशकर्ता ने अमेरिका में सैकड़ों लोगों को 30 लाख डॉलर से ज्यादा का चूना लगाया, उनमें कुछ बुजुर्ग लोग भी शामिल थे।”