कोलकाता, 21 मार्च (आईएएनएस)। पश्चिम बंगाल में लोकसभा चुनाव से पहले राजनेताओं को जनता के जमावड़े से जुड़ने का बेहतरीन मौका गुरुवार को मिला। रंगों का त्योहार राजधानी में उल्लास से मनाया गया और इस मौके पर ‘डोल यात्रा’ निकाली गई, जिसमें कई राजनेता भी शामिल हुए।
राजनेताओं ने भी परंपरा निभाते हुए गीत गाए, नाचे और प्रार्थनाएं की।
बीरभूम से तृणमूल कांग्रेस उम्मीदवार तथागत रॉय यहां एक प्रार्थना सभा में और इसके बाद निकाली गई शोभायात्रा में शामिल हुए। शोभायात्रा में शामिल सभी लोग हरे रंग के परिधान में नजर आए।
वहीं, कोलकाता उत्तर लोकसभा सीट से मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी (माकपा) की उम्मीदवार कणिनिका घोष अपने प्रचार के लिए खुद दीवार पर लिखने व चित्र उकेरने में व्यस्त रहीं। पार्टी के जुलूस में उनके सभी समर्थक लाल परिधान पहने हुए थे।
तृणमूल कांग्रेस प्रमुख ममता बनर्जी ने हालांकि त्योहार संबंधी किसी आयोजन में तो भाग नहीं लिया, मगर ट्वीट कर इस मौके पर एक कड़ा राजनीतिक संदेश भेजा।
उन्होंने ट्वीट किया, “सभी को त्योहार की बधाई। आपका जीवन उल्लास के रंगों और खुशियों से भरा रहे। आपके आनंद मनाने से किसी को दुख नहीं पहुंचना चाहिए। पुलवामा हमले में जवानों की शहादत और अन्य घटनाओं में प्राण गंवाने वाले जवानों को याद करते हुए मैंने इस साल होली त्योहार से संबंधित किसी आयोजन में शामिल न होने का फैसला लिया है।”
उधर, भवानीपुर में राज्य के ऊर्जा मंत्री सोभनदेव चट्टोपाध्याय सड़कों पर निकले, लोगों से मिले, गीत गाए और राधा-कृष्ण को समर्पित अपनी स्वरचित कविता ‘रंगो दिए जाओ’ सुनाई।
चट्टोपाध्याय ने कहा, “यह त्योहार सभी संस्कृतियों के लोगों को एकता के सूत्र में बांधता है।”
भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के सांसद बाबुल सुप्रियो ने अपनी बड़ी तस्वीर के साथ ट्वीट किया, “आप सभी को होली की ढेर सारी शुभकामनाएं।”
तृणमूल कांग्रेस के कई प्रत्याशियों और नेताओं ने रंगों का त्योहार मनाया। श्रीरामपुर से प्रत्याशी कल्याण बंद्योपाध्याय खुद को नाचने से नहीं रोक पाए, जबकि हावड़ा से प्रत्याशी प्रसून बनर्जी राज्य के मंत्री लक्ष्मी रतन शुक्ला के साथ स्थानीय लोगों द्वारा आयोजित दही-हांडी कार्यक्रम में शामिल हुए।