भुवनेश्वर, 13 जनवरी (आईएएनएस)। केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (सीआरपीएफ) के महानिदेशक प्रकाश मिश्र ने मंगलवार को कहा कि ओडिशा में नक्सलियों से निपटने की रणनीति में बदलाव करने का समय आ गया है, साथ ही लोगों को उनके प्रभाव में आने से रोकने के लिए लोकोन्मुख कार्यक्रमों पर भी ध्यान देने की जरूरत है।
मिश्रा ने कहा, “राज्य में नक्सली हिंसा से निपटने की स्थिति बेहतर हुई है। लेकिन हमें नक्सलियों से निपटने की अपनी रणनीति बदलनी होगी।”
उन्होंने संवाददाताओं से कहा, “लोकोन्मुख कार्यक्रमों पर ज्यादा ध्यान देने की जरूरत है।”
मिश्र ने यह भी कहा कि क्योंझर, मयूरभंज तथा गंजाम जिलों में नक्सली गतिविधियां कम होने के कारण सीआरपीएफ ने वहां से अपनी टुकड़ियों को हटाने का निर्णय लिया है और ज्यादा अशांत इलाकों पर ध्यान दिया जाएगा।
उन्होंने कहा, “जिन इलाकों में नक्सली गतिविधियों में कमी आई है, वहां से सीआरपीएफ शिविरों को हटा लिया जाएगा और उनकी तैनाती वहां की जाएगी जहां नक्सली ज्यादा सक्रिय हैं।”
महानिदेशक ने कहा कि सीआरपीएफ को नुआपाड़ा, कंधमाला, कालाहांडी तथा सुनाबेदा में तैनात किया जाएगा, क्योंकि यहां वे ज्यादा सक्रिय हैं।
ओडिशा के 13 जिलों में आठ नियमित बटालियनें तथा एक कोबरा (कमांडो बटालियन फॉर रेजॉल्यूट एक्शन) बटालियन तैनात हैं। वहीं मलकानगिरि तथा कोरापुट जिलों में सीमा सुरक्षा बल तैनात हैं।
इंडो-एशियन न्यूज सर्विस।