लखनऊ, 13 जनवरी (आईएएनएस)। उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ और उससे सटे उन्नाव जिले में रविवार रात जहरीली शराब पीने से मरने वालों की संख्या बढ़कर 20 हो गई है। 100 से अधिक लोगों का अब भी ट्रॉमा सेंटर, सिविल और बलरामपुर अस्पताल में इलाज चल रहा है।
इस बीच मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने मंगलवार सुबह आबकारी विभाग के जॉइंट डायरेक्टर, उन्नाव के आबकारी अधिकारी और आबकारी निरीक्षक को भी निलंबित कर दिया है।
चौक क्षेत्र के क्षेत्राधिकारी सर्वेश मिश्रा ने बताया कि जहरीली शराब पीने से अब तक 20 लोगों की मौत हो चुकी है। इनमें से 12 लोगों का पोस्टमार्टम किया जा चुका है।
उन्होंने बताया कि सौ से अधिक लोगों का अब भी सिविल, बलरामपुर और ट्रॉमा सेंटर में इलाज चल रहा है। आधा दर्जन से अधिक लोगों की हालत अब भी नाजुक बताई जा रही है।
मिश्रा ने बताया कि जहरीली शराब बेचने वाले जगनू के अन्य साथियों की तलाश की जा रही है। सोमवार रात कई जगहों पर दबिश दी गई पर अब तक उनका पता नहीं चल सका है।
गौरतलब है कि मलिहाबाद के खड़ता गांव में रविवार को क्रिकेट टूर्नामेंट खत्म होने के बाद देर शाम जहरीली शराब पीने से 100 से अधिक लोगों की हालत बिगड़ गई थी। इन लोगों को सोमवार सुबह राजधानी के बलरामपुर, ट्रॉमा सेण्टर और बलरामपुर अस्पताल में भर्ती कराया गया था। इनमें उन्नाव और बंथरा में जहरीली शराब पीने से बीमार हुए लोग भी शामिल थे। सोमवार को 13 लोगों की मौत हो गई थी।
मुख्यमंत्री ने घटना के बाद लखनऊ के आबकारी अधिकारी एल.बी. यादव, आबकारी निरीक्षक वाणी, प्रधान सिपाही श्याम नारायण मिश्रा, सिपाही रजनीश कुमार, संजीव कुमार, विनोद कुमार, सुमन देवी, सीता देवी, एसडीएम मलिहाबाद संजीव कुमार, क्षेत्राधिकारी श्यामकान्त त्रिपाठी, इंस्पेक्टर मलिहाबाद अमर सिंह, चौकी प्रभारी आर. के. वर्मा, सिपाही अरविन्द सिंह, महराजदीन और रामस्वरूप को निलम्बित कर दिया था।
इंडो-एशियन न्यूज सर्विस।