नई दिल्ली/लखनऊ, 12 मार्च (आईएएनएस)। लोकसभा चुनाव से पहले विपक्षी महागठबंधन की योजना को झटका देते हुए बहुजन समाज पार्टी (बसपा) की अध्यक्ष मायावती ने यहां मंगलवार को कहा कि उनकी पार्टी कांग्रेस के साथ किसी भी राज्य में गठबंधन नहीं करेगी।
उत्तर प्रदेश की पूर्व मुख्यमंत्री ने यह टिप्पणी पार्टी के वरिष्ठ नेताओं के साथ बैठक के बाद की।
मायावती ने मीडिया से कहा, “बैठक के दौरान यह दोहराया गया कि बसपा का किसी भी राज्य में कांग्रेस के साथ न तो कोई गठबंधन होगा और न ही कोई आपसी समझ ही।”
बसपा ने उत्तर प्रदेश में समाजवादी पार्टी और लोकदल के साथ एक गठबंधन किया है।
मायावती ने कहा कि लोकसभा चुनाव में कई राजनीतिक दल बसपा से गठबंधन के इच्छुक हैं, लेकिन मामूली चुनावी फायदे के लिए अपनी विचारधारा के खिलाफ कोई कदम उठाना पार्टी के हित में नहीं है।
मायावती ने बाद में लखनऊ में लोकसभा प्रभारी, पदाधिकारियों और नेताओं के साथ बैठक की। इसके बाद उन्होंने हर राज्य के नेताओं से अलग-अलग बैठक की और फिर सभी को सामूहिक रूप से पार्टी की रणनीति से अवगत कराया।
बसपा मुखिया ने कहा कि बसपा और सपा का गठबंधन दोनों तरफ से आपसी सम्मान व पूरी नेक नीयत के साथ काम कर रहा है तथा उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड व मध्य प्रदेश में यह ‘फस्र्ट एंड परफेक्ट एलायंस’ माना जा रहा है, जो सामाजिक परिवर्तन की जरूरतों को भी पूरा करता है और भाजपा को परास्त करने की क्षमता रखता है।
मायावती ने कहा, “लोकसभा चुनाव में हम किसी भी राज्य में कांग्रेस के साथ न तो गठबंधन करेंगे और न ही उनकी कोई भी मदद लेंगे। अगर वे हमसे मदद मांगते हैं, तब हम विचार कर सकते हैं।”
उन्होंने पार्टी के लोगों को जमीनी स्तर पर काम करके पार्टी को कैडर के आधार पर तैयार करने पर बल देते हुए कहा कि बसपा एक पार्टी के साथ बाबा साहेब डॉ. भीमराव अंबेडकर के अधूरे कारवां को मंजिल तक पहुंचाने तथा उनके आत्म-सम्मान व स्वाभिमान का ‘मूवमेंट’ भी है।