नई दिल्ली, 10 मार्च (आईएएनएस)। राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) आंध्र प्रदेश में वाईएसआर कांग्रेस पार्टी वाईएसआरसीपी, ओडिशा में बीजू जनता दल (बीजद) और तेलंगाना में तेलंगाना राष्ट्र समिति (टीआरएस) के प्रदर्शन पर उत्सुकता से नजर रखेगा, क्योंकि ये तीनों क्षेत्रीय पार्टियां लोकसभा चुनाव 2019 में अच्छा प्रदर्शन करने वाली हैं और राजग की चुनाव बाद संभावित साझेदार हैं।
नई दिल्ली, 10 मार्च (आईएएनएस)। राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) आंध्र प्रदेश में वाईएसआर कांग्रेस पार्टी वाईएसआरसीपी, ओडिशा में बीजू जनता दल (बीजद) और तेलंगाना में तेलंगाना राष्ट्र समिति (टीआरएस) के प्रदर्शन पर उत्सुकता से नजर रखेगा, क्योंकि ये तीनों क्षेत्रीय पार्टियां लोकसभा चुनाव 2019 में अच्छा प्रदर्शन करने वाली हैं और राजग की चुनाव बाद संभावित साझेदार हैं।
सी-वोटर-आईएएनएस के मत सर्वेक्षण में अनुमान जाहिर किया गया है कि तीनों पार्टियां वाईएसआरसीपी, टीआरएस और बीजद- 36 सीटें जीत सकती हैं। इसमें वाईएसआरसीपी को आंध्र प्रदेश में 11 सीटें मिल सकती हैं, बीजद को ओडिशा में नौ और टीआरएस तेलंगाना में 17 में से 16 सीटें जीत सकती है।
इन तीनों पार्टियों के समर्थन से राजग न केवल बहुमत पा सकता है, बल्कि लोकसभा में 300 का आंकड़ा पार कर सकता है। राजग को 264 सीटें मिलने की संभावना जताई गई है, जो सरकार बनाने के लिए आवश्यक 272 सीटों के आंकड़े से आठ कम है।
लोकसभा चुनाव में मुख्य मुकाबला प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व वाले राजग और राहुल गांधी के नेतृत्व वाले संप्रग के बीच बना हुआ है, लेकिन अगली सरकार के गठन में गैर भाजपा और गैर कांग्रेस क्षेत्रीय दलों का गठबंधन महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा।
राजग में जनता दल युनाइटेड और लोक जनशक्ति पार्टी (लोजपा) बिहार में 20 सीटें जीत सकते हैं, जबकि 14 सीटों के साथ शिवसेना एक दूसरा मजबूत साझेदार बनकर उभर सकती है। मोदी सरकार की एक सर्वाधिक मुखर आलोचक शिवसेना चार सीटें गंवा सकती है।