मुंबई, 9 मार्च (आईएएनएस)। राष्ट्रीय पुरस्कार विजेता फिल्मकार रीमा दास का कहना है कि वह फिल्म उद्योग में और ज्यादा महिलाओं को अपनी पहचान बनाते देखना चाहती हैं।
इस सप्ताह की शुरुआत में उन्होंने फिल्म ‘बुलबुल कैन सिंग’ के लिए सर्वश्रेष्ठ निर्देशक का डब्लिन फिल्म क्रिटिक्स सर्कल जूरी अवार्ड जीता था। इसी फिल्म के लिए क्लीवलैंड अंतर्राष्ट्रीय फिल्म महोत्सव में सम्मानित होंगी जो 27 मार्च से शुरू हो रहा है।
रीमा ने एक बयान में कहा, “‘विलेज रॉकस्टार्स’ और ‘बुलबुल कैन सिंग’ दोनों के केंद्र में मजबूत महिला किरदार हैं। यह अच्छी बात है कि समीक्षक व दर्शक इस तरह की कहानियों के प्रति सकारात्मक रुख दिखा रहे हैं। जो यह दर्शाता है कि यह बात कोई मायने नहीं रखती कि फिल्म को पुरुष ने निर्देशित किया है या महिला ने।”
फिल्मकार ने कहा, “मेरा मानना है कि ‘कन्टेंट’ ही क्वीन है और मैं फिल्म उद्योग में ज्यादा से ज्यादा महिलाओं को अपनी पहचान बनाते और साथी महिलाओं के लिए इसके दरवाजे खोलते देखना चाहूंगी।”
‘विलेज रॉकस्टार्स’ असमिया फिल्म है, जो ऑस्कर 2019 में भारत की आधिकारिक प्रविष्टी के तौर पर चयनित हुई थी।