नई दिल्ली, 5 मार्च (आईएएनएस)। करीब 14.5 फीसदी भारतीय कंपनियां बीते साल किसी तरह के साइबर हमले को ताड़ नहीं पाईं, जबकि वित्त व सूचना एवं संचार प्रौद्योगिकी (आईसीटी) कंपनियों ने वैश्विक तौर पर सबसे ज्यादा हमलों की पहचान की। यह जानकारी मंगलवार को जारी एक रिपोर्ट में दी गई।
साइबर सुरक्षा प्रदाता एफ-सिक्योर के अनुसार, साइबर हमलों में 2018 के बाद वाले छह महीनों में खास तौर पर बढ़ोतरी हुई है।
रिपोर्ट में कहा गया, “साइबर हमले में बढ़ोतरी हो रही है, ऐसे में लगता है कि बहुत सी कंपनियों को घटनाओं की पहचान में संघर्ष करना पड़ रहा है। करीब 22 फीसदी कंपनियों ने 2018 में वैश्विक तौर एक भी हमले की पहचान नहीं की।”
एफ-सिक्योर के साइबर सिक्युरिटी प्रोडक्ट (रिसर्च व डेवेलपमेंट) के उपाध्यक्ष लेसजेक तासीमेस्की ने कहा, “आज खतरे पहले के पांच या दस साल से पूरी तरह से अलग है। रोकथाम के उपाय व रणनीतियों से बहुत ज्यादा कुछ नहीं रोका जा सकेगा, इसलिए मैं निसंदेह कहना चाहता हूं कि सर्वेक्षण में शामिल कई कंपनियों को जानकारी नहीं है उनकी सुरक्षा के साथ क्या हो रहा है।”
एफ-सिक्योर के सर्वेक्षण में पता चला है कि 20 फीसदी उत्तरदाताओं ने बीत 12 महीनों के दौरान सिर्फ एक हमले की पहचान की और 31 फीसदी ने 2 से 5 हमलों की पहचान की।