नागपुर, 4 मार्च (आईएएनएस)। पहले मैच में रोमांचक जीत दर्ज करने के बाद भारतीय क्रिकेट टीम मंगलवार को आस्ट्रेलिया के खिलाफ दूसरे वनडे मैच में विदर्भ क्रिकेट संघ (वीसीए) स्टेडियम में उतरेगी तो उसकी कोशिश अपनी बढ़त को दोगुना करने की होगी।
वहीं लय हासिल करने की जुगत में लगी आस्ट्रेलिया पांच मैचों की वनडे सीरीज में बराबरी का हर संभव प्रयास करेगी।
पहले मैच में भारत को आसानी से नहीं मिली थी, लेकिन इस जीत ने एक बार फिर साबित कर दिया था कि मध्यक्रम की भारत की चिंता लगभग दूर हो गई है। आसान से लक्ष्य का पीछा करते हुए भारत ने अपने चार विकेट 99 रनों पर ही खो दिए थे। इसके बाद टीम के सबसे अनुभवी बल्लेबाज महेंद्र सिंह धोनी और युवा केदार जाधव ने बेहतरीन शतकीय साझेदारी कर मेजबान टीम को छह विकेट से जीत दिलाई थी।
धोनी ने एक बार फिर साबित किया था कि उन्हें विश्व का सर्वश्रेष्ठ फिनिशर क्यों कहा जाता है। धोनी का जाधव ने बखूबी साथ दिया। जाधव के रूप में भारत को एक नया फिनिशर मिला है जो पुराने धोनी का स्थान लेने में सक्षम हैं। इन दोनों ने आस्ट्रेलिया में भी भारत को मुश्किल हालात से निकालते हुए जीतें दिलाई थी। इन दोनों के रहते टीम को काफी मजबूती मिली है।
पहले मैच में शिखर धवन और अंबाती रायडू का बल्ला नहीं चला था। रोहित शर्मा और कप्तान कोहली ने टीम के लिए जरूरी योगदान दिया था। कोहली हालांकि बल्लेबाजी में बदलाव करने के मूड़ में नहीं लग रहे हैं।
गेंदबाजी में एक बदलाव की उम्मीद की जा सकती है। कुलदीप यादव या रवींद्र जडेजा के स्थान पर लेग स्पिनर युजवेंद्र चहल अंतिम-11 में आ सकते हैं। पहले मैच में हालांकि जडेजा और कुलदीप दोनों ने अच्छी गेंदबाजी की थी। कुलदीप को दो विकेट मिले थे। वहीं जडेजा बेशक विकेट नहीं ले पाए थे लेकिन उन्होंने 10 ओवरों में महज 33 रन खर्च किए थे।
आस्ट्रेलिया को बड़े स्कोर से पहले रोकने में मध्य के ओवरों में इन दोनों की कसी हुई गेंदबाजी का अहम योगदान रहा था। तेज गेंदबाजी में जसप्रीत बुमराह, मोहम्मद शमी का खेलना लगभग तय है। विजय शंकर ने पहले मैच में हालांकि थोड़ा निराश किया था।
गेंदबाजी में भारत के पास केदार जाधव का भी विकल्प है। जाधव ने पहले मैच में सात ओवरों में 31 रन देकर एक विकेट लिया था।
दूसरी तरफ अगर आस्ट्रेलिया की बात की जाए तो उसके लिए दोनों श्रेत्रों में चिंता है। गेंदबाजों ने मैच पर पकड़ बनाई लेकिन धीरे-धीरे उसे खो दिया। तो वहीं बल्लेबाज तेज गति से रन नहीं बना सके।
कप्तान एरॉन फिंच का बल्ला खामोश ही है जो मेहमानों की सबसे बड़ी चिंता है। उस्मान ख्वाजा ने जरूर पहले मैच में अर्धशतक जमाया था लेकिन रनगति में तेजी नहीं दे पाए थे। मार्कस स्टोइनिस, ग्लैन मैक्सवेल ने भी रन तो किए थे लेकिन धीमी बल्लेबाजी की थी।
गेंदबाजी में पैट कमिंस अपनी बाउंस से भारतीय बल्लेबाजों को परेशान करने में सफल रहे थे लेकिन विकेट नहीं निकाल पाए थे। नाथन कल्टर नाइल, जेसन बेहरनडोर्फ को उनका साथ देना होगा।
लेग स्पिनर एडम जाम्पा पूरी तरह से विफल रहे थे। उनके स्थान पर टीम किसी और को मौका दे सकती है।
टीमें (संभावित) :
भारत : विराट कोहली (कप्तान), रोहित शर्मा, शिखर धवन, लोकेश राहुल, महेंद्र सिंह धोनी (विकेटकीपर), केदार जाधव, अंबाती रायडू, विजय शंकर, ऋषभ पंत, रवींद्र जडेजा, युजवेंद्र चहल, कुलदीप यादव, सिद्धार्थ कौल, मोहम्मद शमी, जसप्रीत बुमराह।
आस्ट्रेलिया : एरॉन फिंच (कप्तान), जेसन बेहरनडोर्फ, एलैक्स कैरी, नाथन कल्टर नाइल, पैट कमिंस, पीटर हैंड्सकॉम्ब, उस्मान ख्वाजा, नाथन लॉयन, शॉन मार्श, ग्लैन मैक्सेवल, झाए रिचर्डसन, केन रिचर्डसन, मार्कस स्टोइनिस, एश्टन टर्नर, एडम जाम्पा।