चंडीगढ़, 1 मार्च (आईएएनएस)। भारतीय वायुसेना के हेलीकॉप्टर पायलट स्क्वाड्रन लीडर सिद्धार्थ वशिष्ठ का अंतिम संस्कार शुक्रवार को पूरे सैन्य सम्मान के साथ किया गया।
सिद्धार्थ, बडगाम के निकट एमआई-17 हेलीकॉप्टर दुर्घटना में जान गंवाने वाले छह लोगों में शामिल थे।
परिवार के सदस्यों व मित्रों सहित सैकड़ों लोगों व सेवारत व सेवानिवृत्त रक्षा अधिकारियों ने सिद्धार्थ के अंतिम संस्कार में भाग लिया।
वायुसेना कर्मियों ने अंतिम संस्कार के दौरान फायरिंग कर सलामी दी और उनके सम्मान में अपने हथियारों को उलटा किया।
सिद्धार्थ के परिवार में उनकी पत्नी स्क्वाड्रन लीडर आरती सिंह व उनका दो साल का बेटा है।
31 वर्षीय पायलट अपने परिवार से रक्षा बल में शामिल होने वाली चौथी पीढ़ी के सदस्य थे। पिछले साल केरल बाढ़ के दौरान बचाव कार्यों में उनके असाधारण योगदान के लिए उन्हें 26 जनवरी को सम्मानित किया गया था।
सिद्धार्थ ने श्रीनगर हवाईअड्डे से बुधवार सुबह उड़ान भरी थी, और उसके चंद मिनट बाद ही उनका हेलीकॉप्टर किसी तकनीकी गड़बड़ी के कारण दुर्घटनाग्रस्त हो गया।
उन्हें बीते जुलाई में श्रीनगर में 154 हेलीकॉप्टर यूनिट में तैनात किया गया था। वह 2010 में भारतीय वायुसेना में शामिल हुए थे।
पंजाब के राज्यपाल वी.पी.सिंह बदनौर व दूसरे वरिष्ठ अधिकारियों ने पायलट के परिवार से मुलाकात की और उन्हें ढांढस बधाया।
भारतीय वायुसेना में नायक विक्रांत का हरियाणा के झज्जर जिले में शुक्रवार को पूरे सैन्य सम्मान के साथ अंतिम संस्कार किया गया।