लखनऊ, 9 जनवरी (आईएएनएस)| भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की उप्र ईकाई ने राज्य सरकार से सैफई महोत्सव में किए गए खर्च का हिसाब मांगा है। भाजपा ने आरोप लगाया है कि एक तरफ मुख्यमंत्री के गांव सैफई में फिल्मी नाच गानों पर सैकड़ों करोड़ रुपये खर्च किए जा रहे हैं वहीं दूसरी तरफ प्रदेश में ठंड से लगातार लोगों की मौतें हो रही हैं। भाजपा के प्रदेश प्रवक्ता मनोज मिश्र ने आरोप लगाया कि एक तरफ प्रदेश सरकार विकास योजनाओं के लिए फंड का रोना रो रही है और केन्द्र सरकार से रोज-रोज धन की मांग कर रही है, वहीं दूसरी तरफ सैफई में अपने निजी अहं की तुष्टि के लिए फिल्मी नाच गाने में करोड़ रुपये बहाये जा रहे हैं।
उन्होंने बताया कि सैफई महोत्सव के समापन के दिन 8 चार्टर प्लेनों द्वारा अभिनेताओं व अभिनेत्रियों को सैफई लाया गया। भव्य पंडालों, लाइट, साउंड, अतिथि व्यवस्था, यातायात व्यवस्था तथा इन सितारों की कीमत प्रदेश में हांड कंपाती ठंड से मर रहे गरीबों की कीमत पर वसूला गया। पूरी की पूरी सरकार सारे काम-काज छोड़कर सैफई और सैफई महोत्सव में व्यस्त रही।
मिश्र ने आरोप लगाया कि इस भव्यतम खर्चीले आयोजन का भार प्रदेश की राजस्व पर पड़ा है। इतने दिनों तक प्रदेश की सरकार ठप रही। सैफई चूंकि मुख्यमंत्री का गांव है इसलिए ‘सैफई महोत्सव’ मनाया गया। इस सैफई महोत्सव के कारण ‘इटावा की नुमाइश’ नेपथ्य में चली गई।