ग्रेटर नोएडा, 11 फरवरी (आईएएनएस)। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सोमवार को कहा कि भारत ने ऊर्जा सुलभता में बढ़त हासित की है और देश इस साल के अंत तक 100 फीसदी घरों का विद्युतीकरण कर लेगा।
यहां पेट्रोटेक 2019 वैश्विक ऊर्जा सम्मेलन को संबोधित करते हुए मोदी ने यह भी कहा कि गरीब परिवारों को खाना पकाने का स्वच्छ ईंधन देकर देश ने गैस-आधारित अर्थव्यवस्था की ओर बढ़ने में प्रगति की है।
उन्होंने कहा, “सभी ग्रामीण इलाकों में बिजली पहुंच चुकी है। इस साल सौभाग्य योजना के माध्यम से 100 फीसदी घरों का विद्युतीकरण हासिल कर लिया जाएगा।”
मोदी ने कहा, “उज्जवला योजना के अंतर्गत मात्र तीन वर्षो में 6.4 करोड़ से ज्यादा एलपीजी कनेक्शन दिए गए। एक ‘ब्लू फ्लेम’ क्रांति चल रही है और एलपीजी का दायरा 90 फीसदी से ज्यादा आबादी तक पहुंच चुका है।”
‘ऊर्जा न्याय’ को अपनी सरकार की प्राथमिकता बताते हुए प्रधानमंत्री ने कहा, “विश्व बैंक की बिजली पाने में आसानी की सूची में भारत का स्थान 2014 में 111 था, जो 2018 में 29 हो गया है।”
वैश्विक ऊर्जा हालात पर मोदी ने कहा कि एक ‘ऐतिहासिक परिवर्तन’ चल रहा है और विश्व को तेल व गैस के अधिक जिम्मेदार मूल्य निर्धारण की ओर बढ़ने की जरूरत है।
उन्होंने कहा, “ऊर्जा आपूर्ति, ऊर्जा स्त्रोत और ऊर्जा खपत पैटर्न बदल रहा है और यह एक ऐतिहासिक परिवर्तन हो सकता है। पश्चिम से पूर्व तक ऊर्जा खपत में बदलाव आया है।”
उन्होंने गैस व तेल दोनों के लिए पारदर्शी और लचीले बाजार की ओर बढ़ने की जरूरत पर जोर दिया।
उन्होंने कहा, “दुनिया ने बहुत लंबे समय तक कच्चे तेल की कीमतों को बढ़ते-घटते देखा है और वह कच्चे तेल व प्राकृतिक गैस के जिम्मेदार मूल्य निर्धारण का आह्वान कर रहा है, जो कि उत्पादक और उपभोक्ता दोनों के हितों को संतुलित करता है।”