काठमांडू, 6 जनवरी (आईएएनएस)| नेपाल के संविधान सभा के प्रमुख सुभाष चंद्र नेमबांग ने चेतावनी देते हुए कहा है कि देश की राजनीतिक पार्टियां अगर अगले कुछ दिनों में संविधान मसौदे से संबंधित विवादित मुद्दों के समाधान में विफल रही, तो देश गंभीर संकट में पड़ सकता है। संविधान मसौदा निकाय के प्रमुख नेमबांग ने यह टिप्पणी संविधान अमल में लाने के लिए निर्धारित 22 जनवरी की समय सीमा के मद्देनजर कही।
नेमबांग ने कहा कि नए संविधान के लिए महत्वपूर्ण मुद्दों पर ठोस प्रगति के लिए केवल दो सप्ताह का समय बचा है।
पत्रकारों से बात करते हुए नेमबांग ने कहा कि यदि पार्टियां गंभीरता दिखाएं, तो अब भी मसौदे को समय सीमा में पूर्ण किया जा सकता है।
समाचार एजेंसी सिन्हुआ ने नेमबांग के हवाले से कहा, “लेकिन मैं देख रहा हूं कि देश संकट की ओर बढ़ रहा है और नेताओं को यह बात समझने की जरूरत है।”
पार्टियों के बीच लगातार वार्ता के बावजूद अभी तक आम सहमति नहीं बन पाई है।
विवादित मुद्दों में संघीय ढांचा, सरकार का गठन, न्यायपालिका तथा निर्वाचन प्रणाली शामिल हैं।