बड़वानी/भोपाल 20 जनवरी (आईएएनएस)। मध्य प्रदेश में रविवार को एक और भाजपा नेता की हत्या कर दी गई। बीते चार दिनों में भाजपा के यह दूसरे नेता की हत्या हैं। इन हत्याओं ने राज्य की सियासत का पारा चढ़ गया है, भाजपा जहां गुंडाराज की वापसी का आरोप लगा रही है, वहीं कांग्रेस इन हत्याओं को आपसी रजिश से जोड़ रही है।
बड़वानी जिले में रविवार को सुबह की सैर पर निकले भारतीय जनता पार्टी के बलबाड़ी मंडल अध्यक्ष मनोज ठाकरे की नृशंस हत्या कर दी गई। उनके सिर पर पत्थर से प्रहार किया गया है। उनका शव खेत में मिला है। शव खून से लथपथ था।
राज्य के गृहमंत्री बाला बच्चन ने संवाददाताओं से चर्चा के दौरान कहा है कि ठाकरे की हत्या करने वाले उनके करीबी होने की आशंका हैं। मंदसौर में भी ऐसा ही हुआ था, वहां भी भाजपा नेता के हत्यारा उनका करीबी निकला।
पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने हत्या की बढ़ती वारदातों पर ट्वीट कर कहा, “एक के बाद एक भाजपा नेताओं की हत्या होना बहुत गंभीर मामला है। कांग्रेस इसको सतही तौर पर लेकर क्रूर मजाक कर रही है। गृह मंत्री के गृह जिले में सरेआम भारतीय जनता पार्टी के लोकप्रिय मंडल अध्यक्ष मनोज ठाकरे को मार दिया गया।”
वहीं राज्य के जनसंपर्क मंत्री पी.सी. शर्मा ने भाजपा नेताओं की हत्या को आपसी विवाद का प्रतिफल बताया है। उनका कहना है कि राज्य में 15 सालों में जो कुछ हुआ है, उसी के चलते यह हो रहा है। आपसी विवाद है। मंदसौर में भाजपा नेता की हत्या उन्हीं के लोगों ने की और अब यही बात बड़वानी में सामने आएगी।
ज्ञात हो कि मंदसौर जिले में गुरुवार की रात को नपाध्यक्ष प्रहलाद बंधवार की गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। इस हत्या का आरोप भाजपा कार्यकर्ता मनीष बैरागी पर लगा। हत्या की वजह जमीनी विवाद बताया गया।
भाजपा की प्रदेश इकाई के महामंत्री वी.डी. शर्मा ने कहा कि राज्य में एक बार फिर वर्ष 2003 से पहले के ‘गुंडाइज्म’ की वापसी हो गई है। राज्य में अपराध लगातार बढ़ रहे हैं, भाजपा नेताओं की हत्या हो रही है।
शर्मा ने राज्य की बिगड़ती कानून व्यवस्था पर सवाल उठाए। उन्होंने कहा कि राज्य में अपराधों की बाढ़ सी आ गई है, भाजपा के नेताओं को निशाना बनाया जा रहा है। राज्य में अपराधों पर विराम नहीं लगा तो भाजपा इसके खिलाफ सड़कों पर उतरेगी।