ग्रेटर नोएडा, 20 जनवरी (आईएएनएस)। इंस्टीट्यूट ऑफ इंडियन फॉउंडरी के अध्यक्ष शशि कुमार जैन ने कहा कि फॉउंडरी उद्योग आगामी पांच सालों में तीन लाख अतिरिक्त रोजगार पैदा करेगा। उन्होंने कहा कि उद्योग में फिलहाल पांच लाख लोगों को प्रत्यक्ष तथा दो लाख लोगों को परोक्ष रूप से रोजगार मिला हुआ है।
इंडियन फॉउंडरी कांग्रेस के 67वें वार्षिक अधिवेशन के समापन पर जैन ने रविवार को यहां कहा कि केंद्र सरकार द्वारा रक्षा, रेलवे, एयरोस्पेस आदि क्षेत्रों को निजी क्षेत्र के लिए खोल देने से तथा विदेशी निवेश को सुगम बनाने से आगामी पांच वर्षो में फॉउंडरी उद्योग की वृद्धि दर दोगुनी होने की संभावना है।
जैन ने कहा कि इस इस समय फॉउंडरी उद्योग में 20 लाख मजदूरों को रोजगार उपलब्ध करवाया गया है तथा आगामी पांच सालों में अतिरिक्त 20 लाख श्रमिकों को रोजगार से जोड़ने का लक्ष्य रखा गया है।
उन्होंने कहा, “पिछले दो सालों में फॉउंडरी उद्योग में निर्यात में कमी के मुकाबले वर्ष 2017-18 में वर्ष 2016-17 के मुकाबले निर्यात में 40 करोड़ डॉलर की वृद्धि दर्ज की गई है, जबकि आयात में 19 करोड़ डॉलर की वृद्धि दर्ज की गई है।”
उन्होंने बताया, “वर्ष 2017-18 में 274.1 करोड़ डॉलर कीमत का निर्यात किया गया, जबकि 115.2 करोड़ डॉलर कीमत का आयात किया गया। वर्ष 2016-17 के दौरान 236.6 करोड़ डॉलर कीमत का निर्यात किया गया, जबकि 96.2 करोड़ डॉलर कीमत का आयात किया गया।”
जैन ने कहा, “फॉउंडरी उद्योग ने वर्ष 2016-17 में 1.13 करोड़ टन औद्योगिक उत्पादन दर्ज किया था, जोकि वर्ष 2017-18 में छह प्रतिशत वृद्धि दर से बढ़ कर 1.20 करोड़ टन दर्ज किया गया। अगले पांच सालों में फॉउंडरी उद्योग में 14 प्रतिशत बृद्धि दर से वर्ष 2021 में औद्योगिक उत्पादन 1.5 करोड़ टन तक पहुंच जाएगा, जोकि वर्ष 2025 तक दो करोड़ टन का रिकॉर्ड पार करेगा।”
उन्होंने कहा, “चीन के बाद भारत फॉउंडरी उद्योग में दुनिया में दूसरा सबसे बड़ा देश है तथा भारत में 19 अरब डॉलर कीमत के उत्पादन तथा 2.7 अरब डॉलर कीमत के औद्योगिक उत्पाद निर्यात किए जाते हैं तथा निर्यात में भारत की हिस्सेदारी लगभग दो प्रतिशत दर्ज की गई है। फॉउंडरी उद्योग के विस्तार, आधुनिकीकरण पर पिछले दो सालों में 60 करोड़ डॉलर का निवेश दर्ज किया गया, जबकि निर्यात बढ़ाने के लिए लगभग आठ अरब डॉलर की जरूरत है।”
उन्होंने कहा, “उत्तर प्रदेश के फॉउंडरी उद्योग में निर्मित कॉपर क्राफ्ट, कॉपर हैंडीक्राफ्ट, कॉपर आर्ट बेयर तथा ब्रास बेयर के सामानों की अंतर्राष्ट्रीय बाजार में पहचान तथा बिक्री बढ़ाने के लिए ई-कॉमर्स का सहारा लिया जाएगा, तथा छोटे उद्यमियों को अंतर्राष्ट्रीय बाजार के ट्रेंड, मांग तथा अन्य जानकारी प्रदान करके निर्यात को बढ़ावा दिया जाएगा।”