शिमला, 20 जनवरी (आईएएनएस)। हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने रविवार को कहा कि सरकारी स्कूलों में तैनात पीजीटी को अब प्रवक्ता (लेक्चरर) के रूप में जाना जाएगा और इस संदर्भ में अधिसूचना जल्द ही जारी की जाएगी। इसके अलावा राज्य में सभी वरिष्ठ माध्यमिक पाठशालाओं में उप प्रधानाचार्य के पद सृजित किए जाएंगे।
मुख्यमंत्री ने यह घोषणा ऊना जिले के गोंदपुर बनहेड़ा में प्रदेश शिक्षक संघ के चतुर्थ क्षेत्रीय सेमिनार में की। उन्होंने गुणात्मक शिक्षा पर बल देते हुए कहा कि मूल्यों के बिना शिक्षा समाज के लिए विनाशकारी है। सु²ढ़ समाज के लिए छात्रों में उच्च नैतिक मूल्यों को विकसित करना शिक्षकों का कर्तव्य है।
ठाकुर ने कहा, “शिक्षकों को हमारी संस्कृति और परंपरा के बारे में छात्रों को शिक्षित करना चाहिए, ताकि वह अपनी समृद्ध संस्कृति और इतिहास पर गर्व कर सकें।”
उन्होंने कहा कि एक छोटा राज्य होने के बावजूद हिमाचल प्रदेश को देश के बड़े राज्यों की श्रेणी में शिक्षा क्षेत्र में सर्वश्रेष्ठ राज्य के रूप में चुना गया है, जिसका श्रेय राज्य सरकार की बेहतर नीतियों के अलावा शिक्षकों को भी जाता है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि परीक्षाओं के दौरान छात्रों में नकल की बढ़ती प्रवृत्ति की जांच के लिए शिक्षकों को भी आगे आना चाहिए। शिक्षकों को छात्रों को नैतिक मूल्यों के बारे में जागरूक करना चाहिए, ताकि वे खुद ही नकल न करें। उन्होंने कहा कि शिक्षकों को अपने आचरण और चरित्र से एक उदाहरण स्थापित करना चाहिए।
उन्होंने कहा कि वर्तमान राज्य सरकार ने हाल ही में अपने कार्यकाल का एक वर्ष पूरा किया है और यह एक वर्ष कई प्रमुख पहलों और कई विकास प्रयासों से भरा हुआ है। राज्य सरकार का पहला निर्णय वृद्धजनों के कल्याण पर केंद्रित था और सरकार ने बिना आयु सीमा के वृद्धावस्था पेंशन की आयुसीमा को 80 वर्ष से घटाकर 70 वर्ष किया है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश के लोगों के लिए जन मंच उनकी शिकायतों के निवारण के लिए वरदान साबित हुआ है। राज्य में आयोजित दस जन मंचों में 22,000 शिकायतों का निवारण किया गया है।
उन्होंने कुटलेहड़ क्षेत्र के गेहरा प्लाटा में अटल आदर्श आवासीय विद्यालय खोलने की घोषणा भी की।