श्रद्धालु की आँखे निकाले जाने का मामला,मीडिया में मामला आने के बाद हरकत में आई इलाके पुलिस,दरोगा और सिपाही सस्पेंड,जांच टीम झारखण्ड रवाना
अनूप कुमार-अयोध्या
अयोध्या । धर्मनगरी अयोध्या में यह कैसा अधर्म हो रहा है । झारखण्ड से अयोध्या दर्शन करने आये एक युवक के साथ दो लोगो ने ऐसा शर्मनाक अमानवीय कृत्य किया जिसने उसकी दुनिया ही दृश्यहीन कर दी। जी हाँ कृष्ण देव वर्मा नामक इस दर्शनार्थी की दोनों आँखे निकाल ली गई।जिला अस्पताल से परिजन जब उसे लेकर झारखंड पहुंचे और पीड़ित पूरी तरह होश में आया तब जाकर इसका खुलासा हुआ ,मामला संज्ञान में आने के बाद एसएसपी के बी सिंह ने क्राइम ब्रांच की टीम को जांच के लिए झारखंड भेज दिया है और एक एस एस आई समेत दो पुलिस कर्मियों को सस्पेंड कर दिया है,उधर सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार झारखंड सरकार ने पीड़ित को आर्थिक मदत देने की घोषणा भी कर दी है ।
सवाल ये भी दीगर है की क्या आखिर अयोध्या में दर्शन करने आये श्रद्धालु की आँखे निकालने का काम मानव अंग तस्करों का है ? फैजाबाद जिला अस्पताल के मुख्य चिकित्साधिकारी की माने तो जिस तरह उसकी आँखे निकली गयी है उससे यह संभव है,कुछ एसा ही इशारा उसको अस्पताल तक पहुचने वाली एम्बूलेंस का स्वास्थ कर्मी,चश्मदीद और घटना स्थल के हालात भी करते है,उधर इस शर्मनाक घटना के संज्ञान में आने के बाद एसएसपी के बी सिंह ने क्राइम ब्रांच की टीम को जांच के लिए झारखंड भेज दिया है और एक एस एस आई समेत दो पुलिस कर्मियों को सस्पेंड कर दिया है,अयोध्या रेलवे स्टेशन के बाहरी प्रांगड में 28 दिसंबर की रात पेड़ के नीचे झारखण्ड निवासी कृष्णदेव वर्मा लगभग बीस मिनट तक दोनों आँख गवाने के बाद तड़पता रहा,विक्षिप्त सा होने के बाद उसके मुख से बस हे राम, हे राम ही निकल रहा था,इसी बीच वहां पहुचे राय गंज पुलिस चौकी प्रभारी सुनील ने उसे एम्बूलेंस से जिला अस्पताल भिजवाया ,एम्बूलेंस पर मौजूद स्वस्थ कर्मी की माने तो उसकी दोनों आँखे उस नहीं थी और उसकी जगह पर रक्त निकल रहा था जिससे उसकी हालत बहुत ख़राब थी वहा कुछ बताने की स्थिति में नहीं था इसलिए उसे उसने लावारिस ही जिला अस्पताल में भर्ती करा दिया था ।
इस बेबस श्रद्धालु को अपनी एम्बुलेंस से अस्पताल पहुचाने वाले एम्बूलेंस पर मौजूद स्वास्थ कर्मी प्रदीप शुक्ला ने सिटी टाइम्स को बताया की हम लोग वहा पहुचे तो वहा पडा था उसकी दोनों आँखे निकल ली गयी थी वह कुछ बताने की स्थिति में नहीं था इसलिए लावारिस हालत में उसे जिला अस्पताल में भारती कराया गया,वही घटनास्थल पर मौजूद चश्मदीद बिधुत कर्मी महेश चन्द्र ने बताया वहा यही सामने पडा था .. उसके मुह से बस हे राम हे राम निकल रहा था,इसके बाद पुलिस को जानकारी हुई और एम्बूलेंस बुलाकर उसे पहुचाया गया पास में मौजूद सुलभ काम्लेक्स पर मौजूद कर्मी रोशन की माने तो उसकी दर्दनाक चीखे दूर दूर तक सुनाई दे रही थी वह वही पेड़ के नीचे वह चिल्ला रहा था उसकी आँखे नहीं थी वह विक्षिप्त सा थालेकिन काफी देर तक कोई भी उसकी मदद के लिए आगे नहीं आया काफी देर बाद में एम्बूलेंस आयी और उसे ले गयी ।
वही इस मामले की भनक भी फैजाबाद जिला पुलिस प्रशासन को न होती और यह मामला बिना चर्चा के खो जाता अगर फैजाबाद से झारखंड पहुचे कृष्ण देव ने अपने ऊपर हुई आप बीती न बताई होती कि किस तरह अयोध्या रेलवे स्टेशन पर मिले दो लोग उसे एक गाडी में बैठा कर ले गए औए रस्ते में बेहोसी का इंजेक्शन लगा दिया और होश में आया तो वह फैजाबाद जिला अस्पताल में था और आँखों पर पट्टी बंधी थी और वहां तेज दर्द हो रहा था
इस घटना की सूचना होते ही अयोध्या कोतवाली में मुक़दमा दर्ज करा दिया गया है क्राईम ब्रांच को जाँच सौप दी गयी है,तेज तर्रार दरोगाओं की टीम को उसके घर भेज दिया गया है इसके हर पहलू कि सघनता से जाँच कि जा रही है साथ ही पुलिस यह भी जाँच कर रहे है कि वह कहाँ रुका था और उससे कौन कौन मिला था,एक बार पीड़ित का बयान हो जाने के बाद इस वारदात से जुड़े उन सभी पहलुओं कि जाँच पुलिस करेगी लेकिन प्रथमदृष्टया लापरवाही करने वाले दो पुलिस कर्मियों को निलंबित कर दिया गया है ।
घटना की जितनी निंन्दा की जाए काम है,सूबे में कानून व्यवस्था नाम की कोई चीज़ नही –लल्लू सिंह
इस सनसनीखेज़ घटना के सामने आने के बाद झारखंड से कोडरमा के सांसद रविंद्र राय ने फैजाबाद के एमपी लल्लू सिंह के पास फोन कर मामले में जांच कराने की सिफारिश की जिसके बाद इसके बाद सांसद लल्लू सिंह एसएसपी से मिले और उन्हें वारदात के बारे में बताया साथ ही सूबे में कानून व्यवस्था को कोसते हुए उन्होंने कहा की मै शहर में था मुझे झारखंड से सांसद रविंद्र राय ने इस माले की जानकारी दी इसके बाद मै एसएसपी के पास गया और उनकी उनसे बात कराई जिसके बाद इस मामले में कार्यवाही शुरू हुई ,पीड़ित ने सांसद को बतया था कि किस तरह अयोध्या रेलवे स्टेशन पर मिले दो लोग उसे एक गाडी में बैठा कर ले गए औए रस्ते में बेहोसी का इंजेक्शन लगा दिया और होश में आया तो वह फैजाबाद जिला अस्पताल में था,लेकिन जिस तरह से अयोध्या में घटना हो रही है उससे यह लगता है कि संवेदनशील अयोध्या कतई सुरक्षित नहीं है और सूबे की कानून व्यवथा ध्वस्त हो चुकी है
मानव अंग तस्करी का मामला भी हो सकता है- एन पी सिंह,मुख्य चिकित्साधिकारी
आखिर जिला अस्पताल में जिस चिकित्सक ने कृष्ण देव का इलाज किया उसने जिला पुलिस प्रशासन को इस घटना से क्यों नहीं अवगत कराया और इसे गंभीरता से क्यों नहीं लिया गया यह अपने आप में एक बड़ा सवाल है,लेकिन फैजाबाद जिला अस्पताल के मुख्य चिकित्साधिकारी एन पी सिंह की माने तो पुलिस को इस मामले की जानकारी दी गयी थी,उसकी दोनों आँखे गायब थी और जिस तरह से आँखे निकली गयी है इसके आधार पर यह मानव अंग तस्करी का मामला भी हो सकता है।
बक्शे नहीं जायेंगे दोषी,जांच के लिए क्राइम ब्रांच टीम झारखण्ड रवाना -के बी सिंह -एस एस पी फैजाबाद
उधर झारखंड और फैजाबाद के सांसद से इस घटना की जानकारी होने के बाद जिला पुलिस प्रशासन कि निद्रा मानो अचानक टूट गयी और वह हरकत में आ गया,सबसे पहले राय गंज पुलिस चौकी के प्रभारी सुनील राय समेत दो पुलिस कर्मियों को इसलिए निलंबित कर दिया गया कि जिला अस्पताल भिजवाने के बाद उन्होंने इस घटना की तुरंत जाँच क्यों नहीं की और आलाधिकारियो को इसके बारे में क्यों नहीं बताया जब कि अयोध्या कोतवाल ने अपनी तरफ से अज्ञात लोगो के खिलाफ जबरन हिरासत में रखने, अंग भंग करने और जानलेवा हमला करने का मुकदमा अयोध्या कोतवाली में दर्ज कर लिया तो वही इस घटना कि जाँच करने के लिए फैजाबाद क्राईम ब्रांच की टीम को झारखण्ड स्थित कृष्ण देव के घर रवाना कर दिया ।