भोपाल, 2 जनवरी – मालवा एक्सप्रेस से दिल्ली से उज्जैन जा रही युवती रति त्रिपाठी को बदमाशों ने चलती ट्रेन से गिरा दिया था। रेलवे पुलिस ने इस मामले में छह बदमाशों को गिरफ्तार किया है। सभी आरोपी उत्तर प्रदेश के ललितपुर के निवासी बताए गए हैं। बदमाशों के पास से रति का मोबाइल फोन भी बरामद किया गया है। बदमाशों की गिरफ्तारी का ब्योरा देते हुए विशेष पुलिस महानिदेशक (रेलवे) एम.एस. गुप्ता ने शुक्रवार को संवाददाताओं को बताया कि 19 नवंबर की रात मालवा एक्सप्रेस में यात्रा कर रही रति से इन बदमाशों का पर्स लूटने की कोशिश की थी। रति के विरोध व एक बदमाश के बाल पकड़ लेने के बाद हुई झूमाझपटी में वह बीना स्टेशन के पास करौंद में चलती ट्रेन से गिर गई थी।
रति को गंभीर हालत में उपचार के लिए भोपाल लाया गया। उसका इलाज एक निजी अस्पताल में चल रहा है। उसकी हालत अभी भी गंभीर बनी हुई है।
गुप्ता ने बताया कि पकड़े गए बदमाश आदतन गाड़ियों में लूटपाट करते रहे हैं। उन्होंने उत्तर प्रदेश की पुलिस और रेलवे की शाखा की मदद से इन आरोपियों को पकड़ने में सफलता पाई है। इस गिरोह में छह सदस्य हैं, जो यात्रा कर रही अकेली युवतियों को अपना निशाना बनाते थे। उसी क्रम में उन्होंने रति को अपना निशाना बनाया।
19 नवंबर की रात दिल्ली के एक कोचिंग संस्थान में काउंसलर का काम करने वाली कानपुर निवासी रितु त्रिपाठी मालवा एक्सप्रेस से उज्जैन बाबा महाकाल के दर्शन करने जा रही थी, तभी वह बदमाशों का शिकार बनी।
गुप्ता ने बताया कि ललितपुर स्टेशन पर चढ़े बदमाशों में से दो ने रति के सामने वाली बर्थ ले ली। वहीं अन्य साथी दूसरे डिब्बों में चले गए। ये बदमाश आम तौर पर अलग-अलग डिब्बों में ही चढ़ा करते थे। रति सो रही थी, तभी एक बदमाश चंदन ने उसके सिर के नीचे रखा पर्स खींचा तो उसकी नींद खुल गई।
रति ने चंदन का पीछा किया और उसके बाल पकड़ लिए और जब चंदन सिंह चाहकर भी बाल नहीं छुड़ा पाया तो उसके साथी देवी सिंह ने रति को दांतों से काटा। इस झूमाझपटी में रति ट्रेन से नीचे गिर गई।
गुप्ता ने बताया कि पकड़े गए बदमाशों में से तीन का आपराधिक रिकार्ड है। इन बदमाशों को ललितपुर से बीना के बीच के रेलवे ट्रैक की बारीक जानकारी रहती थी, क्योंकि उनके गिरोह में रेलवे कर्मचारी चंदन भी शामिल था। उन्हें इस बात का पता रहता था कि कहां गाड़ी की रफ्तार तेज और धीमी हेागी, उसी के मुताबिक वे वारदात को अंजाम देते थे।
इनके गिरोह में एक बुजुर्ग गुलाबी थैला लेकर चलता था, जिसमें लूट के सामान को डाल दिया जाता था, ताकि उस पर कोई शक न कर सके।
रेलवे पुलिस ने लगभग डेढ़ माह की मशक्कत के बाद चलती ट्रेनों में लूटपाट करने वाले गिरोह को पकड़ने में सफलता हासिल की है। इन लुटेरों के पास से रति का मोबाइल फोन मिल गया है।
पुलिस को आरोपियों से पूछताछ में कई और वारदातों के खुलासे की उम्मीद है। वहीं पुलिस रति के पूरी तरह होश में आने का इंतजार कर रही है, ताकि वह हकीकत बता सके।