अनिल सिंह(धर्मपथ)– नए साल का आगाज मप्र भाजपा मुख्यालय के लिए एक बलात्कार पीडिता की गुहार के साथ शुरू हुआ.दतिया के उनाव थाना क्षेत्र से आई युवती ने आरोप लगाया है की गाँव के ही 2 लोगों ने उससे घर में घुस कर बलात्कार किया है.यह घटना २० दिसंबर की बतायी जाती है लेकिन अभी तक किसी ने इसकी नहीं सुनी और न ही रिपोर्ट दर्ज हुई.बताया जाता है की आरोपियों पर पहले भी मामले दर्ज हैं लेकिन पुलिस अधिकारीयों को इस बारे में पता नहीं जबकि आरोपी हत्या और हत्या के प्रयास में जेल जा चुके हैं.
पीडिता ने जहर खाया था
जब पीडिता की शिकायत दर्ज नहीं की गयी तब पीडिता ने जहर खा कर आत्महत्या की कोशिश की.लेकिन प्रशासन ने इस पर संज्ञान नहीं लेते हुए मेडिकल कराना भी उचित नहीं समझा.पीडिता पुलिस अधीक्षक से भी मिली लेकिन कोई कार्यवाही नहीं हुई.
पुलिस अधीक्षक और विधायक ने पीडिता को आदतन शिकायतकर्ता बताया
पुलिस अधीक्षक से बात करने पर उन्होंने मामले को संदिग्ध बताया और कहा की पीडिता पहले भी शिकायत कर चुकी है लेकिन पीडिता ने इसे नकार दिया और दावा किया की वे दस्तावेज उपलब्ध करवाएं.पुलिस अधीक्षक ने सूचना के अधिकार के तहत कागजात प्राप्त करने के लिए कहा.पुलिस अधीक्षक ने कहा की एसडीओ पी भांडेर को जांच दी गयी है उनसे बात करें.
एसडीओ पी भांडेर ने कहा की वे बाहर है और कल कागजात उपलब्ध करवा देंगे.थाना प्रभारी कहाँ हैं तो उन्होंने कहा उन्हें पता नहीं जबकि थाना प्रभारी के परिजनों ने उन्हें अस्पताल में भर्ती होना बताया.जिन पर आरोप लगा है क्या वे पहले भी अपराधी रहें हैं तो इस बारे में भी अधिकारीयों ने बताया की वे पता करेंगे की उन पर पहले भी मामले दर्ज हैं या नहीं.
नहीं लिखी रिपोर्ट
पुलिस अधीक्षक ने बताया की गैंग-रैप के आरोप में ऍफ़ आई आर तुरंत नहीं की जाती अतः जांच जारी है और जांच में अभी तक कोई साक्ष्य नहीं मिल रहे.जबकि गृह-मंत्री और मुख्यमंत्री के स्पष्ट निर्देश है ऍफ़आईआर करने के वह भी लाडली लक्ष्मी मामले में.