मुंबई, 1 जनवरी (आईएएनएस)। बॉलीवुड फिल्म ‘क्वीन’ के कन्नड़ रीमेक में काम कर रहीं अभिनेत्री पारुल यादव का कहना है कि कार्यस्थल पर यौन उत्पीड़न के प्रति लोगों में सामूहिक रूप से जागरूकता लाने और आरोपी को उसके पद से हटाने के मामले में हैशटैगमीटूमूवमेंट फिल्म उद्योग सहित कार्यस्थल पर एक सकारात्मक बदलाव लेकर आया है।
मुंबई, 1 जनवरी (आईएएनएस)। बॉलीवुड फिल्म ‘क्वीन’ के कन्नड़ रीमेक में काम कर रहीं अभिनेत्री पारुल यादव का कहना है कि कार्यस्थल पर यौन उत्पीड़न के प्रति लोगों में सामूहिक रूप से जागरूकता लाने और आरोपी को उसके पद से हटाने के मामले में हैशटैगमीटूमूवमेंट फिल्म उद्योग सहित कार्यस्थल पर एक सकारात्मक बदलाव लेकर आया है।
पारुल ने आईएएनएस के साथ बातचीत में कहा, “वर्षो से महिलाओं की आवाज को दबाया जाता रहा है, यह देखना अच्छा है कि कैसे अन्याय, अपमान और उत्पीड़न की खबरें न सिर्फ मीडिया में आईं बल्कि कानूनी कार्रवाई भी की गई। ऐसे कई फिल्म निर्देशक हैं जिन्हें कानूनी प्रक्रिया पूरी होने तक काम करना बंद करना पड़ा। फिल्म बिरादरी का कोई सदस्य अब यौन उत्पीड़न करके बच नहीं सकता।”
हैशटैगमीटूमूवमेंट को भारत में बढ़ावा देने में तनुश्री दत्ता का विशेष योगदान रहा है, जिन्होंने नान पाटेकर पर उत्पीड़न करने के आरोप लगाए थे।
पारुल ने कहा, “इस तरह के अभियान ने महिलाओं को अन्याय के खिलाफ खड़े होने की आवाज दी है..ताकि कार्यस्थल हम लोगों के लिए ज्यादा सुरक्षित हो सके।”
‘क्वीन’ का रीमेक 2019 में रिलीज होने की उम्मीद है।