अबु धाबी, 25 दिसम्बर (आईएएनएस)। भारतीय फुटबाल टीम के फारवर्ड जेजे लालपेखलुआ ने कप्तान सुनील छेत्री को एक प्रेरणादायक खिलाड़ी बताते हुए कहा है कि मैदान के अंदर और बाहर कप्तान के साथ उनकी आपसी समझ काफी अच्छी है।
लालपेखलुआ ने 19 साल की उम्र में भारतीय टीम में पदार्पण किया था। वह उस समय सबकी नजरों में आ गए थे जब उन्होंने पाकिस्तान के खिलाफ हैट्रिक लगाई थी। उसके बाद से वह टीम से अंदर और बाहर होते रहे हैं।
अखिल भारतीय फुटबाल महासंघ (एआईएफएफ) ने जेजे के हवाले से बताया, “जब मैंने पदार्पण किया था उस समय मैं सुनील भाई के साथ खेला था। तब से हम साथ-साथ खेलते आ रहे हैं। मुझे लगता है कि हम साथ फिट रहते हैं और एक-दूसरे के पूरक हैं।”
उन्होंने कहा, “वह एक अच्छे इंसान और प्रेरणादायक खिलाड़ी हैं। उन्होंने मैदान के अंदर और बाहर मेरी काफी मदद की है। हम दोनों के बीच काफी अच्छी समझ हैं। मैदान में मुझे पता होता है कि वह कहां है और उन्हें पता होता है कि मैं कहां हूं।”
भारतीय फुटबाल टीम को अगले महीने एएफसी एशियन कप में थाईलैंड के साथ अपना पहला मुकाबला खेलना है।
उन्होंने मैच को लेकर कहा, “जिस हिसाब से हमने अब तक कड़ी मेहनत की है उससे मुझे लगता है कि यह टीम काफी मजबूत है। हमें अपनी क्षमताओं पर विश्वास है। मेरा मानना है कि हम किसी भी चुनौती का सामना कर सकते हैं।”
लालपेखलुआ ने कहा कि टीम ने पहले की तुलना में काफी सुधार किया है। उन्होंने कहा, “जब मैंने पदार्पण किया था उसकी तुलना में अब टीम में काफी बदलाव आया है। प्रत्येक मैच के साथ हम बेहतर होते गए हैं और काफी कुछ हासिल किया है।”
भारत के ग्रुप में थाईलैंड के अलावा यूएई और बहरीन मौजूद है, जिससे उसे कड़ी टक्कर मिलेगी।
फारवर्ड ने कहा, “मैं इस टीम का हिस्सा होने से बहुत खुश हूं। एशियन कप में क्वालिफाई करने के लिए हमने कड़ी मेहनत की है। यह हमारे लिए एक बड़ा टूर्नामेंट हैं, विश्व कप के जैसा। हमें उम्मीद है कि हम इसमें अच्छा प्रदर्शन करेंगे।”
लालपेखलुआ ने टीम में मुख्य कोच स्टीफन कांस्टेनटाइन की भूमिका को लेकर कहा, “उनके साथ-साथ पूरी टीम ने कड़ी मेहनत की है। खेल में उनकी काफी अहम भूमिका रही है। जब वह आए थे तो उन्होंने हमसे कहा था कि हमारा लक्ष्य एशियन कप के लिए क्वालिफाई करना है और हमने इसे कर दिखाया।”