(खुसुर-फुसुर)– मप्र में शिवराज के आदेश के बाद सभी मंत्री अपना वार्षिक रिपोर्ट कार्ड प्रस्तुत कर रहे हैं लेकिन एक गुट इस बिगड़े-बिगडाये रिपोर्ट कार्ड की और धज्जियाँ उद्व रहा है.इस उद्देश्य से एक मंत्री परसों देर रात तक सक्रीय नजर आये और सुबह एक मंत्री के घर कुछ मंत्रियों ने बैठक कर कुछ पत्रकारों को वे सवाल दिए जिनसे रिपोर्ट कार्ड बेमजा हो सकता था और यह असर पत्रकारवार्ता में नजर भी आया.परिवहन मंत्री भी पूरी तैयारी से अपने झूठे रिपोर्ट कार्ड को बचाने आये थे और तमाम हमलों के बाद भी वह हो ही गया जो एक विरोधी गुट चाहता था.
मप्र की राजनीति में देखना यह है की झूठ को कब तक सच का जामा पहनाया जाता है और कौन शिकार बनता है .