वाशिंगटन, 19 दिसम्बर – यूरोपीय अंतरिक्ष एजेंसी के रोसेटा अंतरिक्षयान द्वारा एक रोवर को धूमकेतु पर उतारने की घटना 2014 में हुई महत्वपूर्ण खोजों के शीर्ष पर है। प्रतिष्ठित पत्रिका ‘साइंस’ ने दिसंबर के अंक में यह घोषणा की है। रोसेटा तथा इसके लैंडर मॉड्यूल ‘फिले’ नवंबर में तब सुखिर्यो में आए थे, जब उसने धूमकेतु की सतह को स्पर्श किया था।
धूमकेतु पर उतरने की घटना उम्मीद के मुताबिक नहीं रही। उतरते वक्त फिले काफी दूर तक उछल गई थी, जिसे 67पी/चुरयूमोव-गेरासिमेंको कहते हैं और अपने निश्चित स्थान से थोड़ी दूरी पर जाकर स्थिर हुई।
साइंस पत्रिका के समाचार संपादक टी एपेंजेलर ने कहा, “फिले का धूमकेतु पर उतरना विज्ञान के लिए एक अद्भुत क्षण था और इसने पूरी दुनिया का ध्यान अपनी ओर खींचा।”
लेकिन समस्त रोसेटा मिशन ही एक महत्वपूर्ण खोज है। धूमकेतु के अध्ययन की दिशा में यह महत्वपूर्ण कदम है।
महत्वपूर्ण खोजों की सूची में चिकित्सा, रोबोटिक्स, कृत्रिम जीव विज्ञान तथा जीवाश्म विज्ञान की उपलब्धियों को तरजीह दी गई है।
साइंस के उप समाचार संपादक रॉबर्ट कुंट्ज ने कहा, “महत्वपूर्ण खोजों में दो चीजें आती हैं : चाहे वह किसी समस्या का समाधान करता हो, जिससे लोग लंबे समय से जूझते रहे हैं या फिर वह व्यापक तौर पर नए शोध के दरवाजे खोलता हो।”