लखनऊ, 1 अक्टूबर (आईएएनएस)। प्रौद्योगिकी क्षेत्र की प्रमुख कंपनी एप्पल के दिवंगत कार्यकारी विवेक तिवारी की विधवा कल्पना तिवारी ने सोमवार को यहां मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से मुलाकात की और मुख्यमंत्री ने उन्हें सभी प्रकार की मदद का वादा किया।
गौरतलब है कि विवेक को उत्तर प्रदेश पुलिस के एक कांस्टेबल ने शनिवार तड़के गोली मार दी थी, जिससे उनकी मौत हो गई थी। सिपाही ने कथित रूप से उनसे रुकने के लिए कहा था, लेकिन उन्होंने ऐसा नहीं किया, जिसके बाद उसने विवेक को गोली मार दी।
परिजनों से मुलाकात के दौरान मुख्यमंत्री ने शोकसंतप्त परिवार को सभी प्रकार की मदद का वादा किया और कहा कि हर कीमत पर न्याय होगा।
उन्होंने परिवार को यह भी बताया कि गोली मारने वाले कांस्टेबल प्रशांत चौधरी का आचरण अस्वीकार्य है और उसे बर्खास्त कर उसके खिलाफ हत्या का मामला दर्ज किया गया है।
एक अधिकारी ने आईएएनएस को बताया कि मुलाकात का माहौल गमगीन था, और इस दौरान परेशान विधवा कई बार रो पड़ीं और उन्होंने जोर दिया कि अपने पति की गैर मौजूदगी में वह कैसे अपनी बेटियों का भरण-पोषण करेंगी।
उपमुख्यमंत्री दिनेश शर्मा कल्पना तिवारी और उनकी बेटियों शानू व शिवी को लेकर मुख्यमंत्री के आधिकारिक आवास पर पहुंचे थे। कल्पना के भाई विष्णु तिवारी भी इस मुलाकात के दौरान मौजूद थे। मुख्यमंत्री ने विवेक तिवारी की दोनों बेटियों से भी बातचीत की।
आदित्यनाथ पहले ही परिवार को 25 लाख रुपये की आर्थिक सहायता की घोषणा कर चुके हैं। उन्होंने कल्पना तिवारी को लखनऊ नगर निगम में सरकारी नौकरी देने की भी घोषणा की थी।
मुख्यमंत्री से मिलने के बाद कल्पना तिवारी ने कहा, “मुझे राज्य सरकार पर पूरा भरोसा है। मुख्यमंत्री साहब ने मुझे मदद का भरोसा दिया है।”
कल्पना ने बताया, “इस हादसे के बाद हम लोग मुख्यमंत्री से मिलना चाहते थे, इसीलिए आज मुलाकात करवाई गई। मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार हमारे परिवार के साथ है। वे चाहते हैं कि बच्चों की पढ़ाई और जीवन सुरक्षित रहे। विवेक की मां के नाम पांच लाख रुपये की एफडी और बच्चों की पढ़ाई के लिए 25 लाख रुपये की एफडी रहेगी।”
इससे पहले रविवार को ही योगी ने कल्पना तिवारी से फोन पर बात की थी। उन्होंने हरसंभव मदद का भरोसा दिया था।
गौरतलब है कि लखनऊ के गोमती नगर में शनिवार तड़के 1़ 30 बजे मकदूमपुर पुलिस चौकी के पास दो सिपाहियों ने एसयूवी में सवार ‘एप्पल’ के एरिया सेल्स मैनेजर विवेक तिवारी को गोली मार दी। गोली लगते ही उनका संतुलन बिगड़ गया और गाड़ी डिवाइडर से टकरा गई। वहीं सिर पर गोली लगने के कारण विवेक की मौके पर मौत हो गई। यह देखते ही दोनों आरोपी सिपाही मौके से भाग निकले।
दूसरे पुलिसकर्मियों ने विवेक को अस्पताल पहुंचाया, जहां चिकित्सकों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया। हादसे के वक्त विवेक तिवारी के साथ रही सना की शिकायत पर पुलिस ने मामला दर्ज कर गोली चलाने वाले कांस्टेबल प्रशांत कुमार और संदीप को गिरफ्तार कर लिया है। प्रारंभिक जांच के बाद अब दोनों आरोपी सिपाहियों को बर्खास्त कर दिया गया है।
सोमवार को एक सीसीटीवी फूटेज सामने आया है, जिसने आरोपी दोनों पुलिसकर्मियों के दावे की धज्जियां उड़ा दी हैं। पुलिसकर्मियों ने दावा किया था कि उन्होंने 38 वर्षीय विवेक पर तब गोली चलाई, जब उन्होंने गाड़ी रोकने से मना कर दिया और तेज रफ्तार गाड़ी भगाते हुए उन्हें कुचलने का प्रयास किया।
मामले की जांच से जुड़े एक पुलिस अधिकारी ने कहा कि फूटेज में एसयूवी सामान्य गति से चलती हुई दिखाई दे रही है और जहां व्यक्ति को गोली मारी गई, वहां से करीब 500 मीटर की दूरी तक गाड़ी लड़खड़ाती हुई गई और अंडर पास के एक खंभे से जा टकराई।