भोपाल, 20 सितंबर (आईएएनएस)। मध्यप्रदेश में एससी-एसटी एक्ट में केंद्र सरकार द्वारा किए गए संशोधन को लेकर सवर्ण समाज का असंतोष बरकरार है। राजधानी में गुरुवार को सैकड़ों लोगों ने सड़क पर उतरकर भाजपा के प्रदेश कार्यालय के बाहर काले झंडे लहराए और मंत्री रामपाल सिंह के आवास के बाहर नारेबाजी की।
ऊंची जाति के लोगों ने मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के आवास का घेराव करने का ऐलान किया था। विरोध करने वाले लोग हबीबगंज क्षेत्र में जमा हुए। उनके हाथों में भगवा रंग के झंडे और सरकार के फैसले के खिलाफ नारे वाले बैनर भी थे। पुलिस ने जब प्रदर्शनकारियों को रास्ते में रोका तो वे जमीन पर धरने पर बैठ गए।
प्रदर्शनकारियों ने भाजपा के प्रदेश कार्यालय के सामने काले झंडे लेकर प्रदर्शन किया, वहीं सरकार के मंत्री रामपाल सिंह के आवास के सामने प्रदर्शन किया।
आंदोलनकारियों में शामिल संस्कृति बचाओ मंच के नेता लक्ष्मण तिवारी ने कहा कि सर्वोच्च न्यायालय ने जो निर्णय सुनाया था, उसे बदलते हुए सरकार ने संसद में विधेयक पारित कराया है। इसके चलते आरोप लगने के बाद संबंधित व्यक्ति को बगैर जांच छह माह के लिए जेल भेजा जाएगा और इस अवधि में जमानत भी नहीं मिलेगी। सरकार का यह कदम सवर्ण समाज के खिलाफ है।