कोलकाता, 19 अगस्त (आईएएनएस)। केंद्रीय विद्युत प्राधिकरण (सीईए) 2030 तक उत्तम बिजली उत्पादन पद्धति (जेनरेशन मिक्स) का समाधान तलाशने के लिए ‘कुल सिस्टम लागत’ पर अपना अध्ययन पूरा कर सकता है। यह जानकारी सीईए के एक शीर्ष अधिकारी ने रविवार को दी।
सीईए के अध्यक्ष पंकज बत्रा ने यहां कहा, “2030 तक कौन-सा उत्तम पावर जेनरेशन मिक्स हमारे पास होना चाहिए, इसे तय करने के लिए हम कुल सिस्टम लागत पर एक अध्ययन कर रहे हैं। मेरा अनुमान है कि हम इस महीने अध्ययन पूरा कर लेंगे।”
पावर जेनरेशन मिक्स से अभिप्राय इस्तेमाल किए जाने वाले ईंधनों से है।
उन्होंने कहा कि अध्ययन में ग्रिड के स्थायित्व के साथ सबसे सस्ता पावर मिक्स की तलाश करना होगा और इससे विनियामकों के लिए बिजली के शुल्क का निर्धारण करना सुगम होगा।
भारत ने 2022 तक 175 गीगावाट अक्षय ऊर्जा का उत्पादन करने का लक्ष्य तय किया है।