संयुक्त राष्ट्र, 1 नवंबर – संयुक्त राष्ट्र महासचिव बान की-मून ने भारतीय सेना के सेवानिवृत्त लेफ्टिनेंट जनरल अभिजीत गुहा को संगठन के शांति अभियान का जायजा लेने वाले उच्च-स्तरीय पैनल में नियुक्त किया है।
बान ने 14 सदस्यीय पैनल के गठन की घोषणा करते हुए शुक्रवार को कहा कि यह संयुक्त राष्ट्र शांति अभियानों और भविष्य की जरूरतों का जायजा लेगा और अगले वर्ष महासभा के सत्र में इसकी सिफारिशों को भेजा जाएगा। यह संघर्ष की प्रकृति में बदलाव तथा शांति रक्षक अभियानों की क्षमता एवं उनके प्रदर्शन पर नजर रखेगा।
शांति के नोबेल पुरस्कार से सम्मानित और तिमोर-लेस्ते (पूर्वी तिमोर) के पूर्व राष्ट्रपति जोस रैमोस होर्टा इस पैनल के अध्यक्ष होंगे।
तोपची रेजीमेंट से संबंध रखने वाले गुहा को अति विशिष्ट सेवा मेडल से सम्मानित किया जा चुका है और फिलहाल वह संयुक्त राष्ट्र के शांति विभाग में प्रौद्योगिकी से संबंधित विशेषज्ञ कमेटी में अपनी सेवा दे रहे हैं, जिसमें उनकी नियुक्ति जून में हुई थी।
इससे पहले वह संयुक्त राष्ट्र के ऑफिस फॉर पीसकीपिंग स्ट्रेटेजिक पार्टनरशिप के अंतरिम निदेशक थे।
भारत संयुक्त राष्ट्र के 69 में से 43 शांति अभियानों में 1,70,000 सेनाएं भेज चुका है। शांति अभियान में भारतीय सेनाओं की संख्या अन्य देशों से अधिक है।
इससे पहले संयुक्त राष्ट्र में भारतीय राजदूत अशोक कुमार मुखर्जी ने सुरक्षा परिषद में यह शिकायत की थी कि संयुक्त राष्ट्र के चार्टर के नियम के बावजूद सेना में योगदान देने वाले देश सुरक्षा परिषद के सदस्य नहीं हैं और उन्हें उनकी सेना की तैनाती से संबंधित फैसला लेने में आमंत्रित नहीं किया जाता।