लंदन, 23 अक्टूबर – क्या आपको तली-भुनी चीजें पसंद हैं? तो आप तलने के लिए जैतून के तेल का उपयोग करें, क्योंकि अन्य किस्म के तेलों की अपेक्षा यह बर्तन की ऊष्मा को ज्यादा सहन कर सकता है। इस कारण तेल की गुणवत्ता बरकरार रहती है और तेल में मौजूद पौष्टिक तत्व आपको सेहतमंद बनाता है। शोधकर्ताओं ने आलू के टुकड़ों को जैतून, मक्का, सोयाबीन और सूरजमुखी के बीजों के रिफाइंड तेलों में तला और तेल को 10 बार फिर से प्रयोग किया।
शोधकर्ताओं ने पाया कि जैतून का तेल 320 और 374 डिग्री फारेनहाइट पर तलने पर सबसे ज्यादा स्थिर था, जबकि 356 डिग्री फॉरेनहाइट पर ही सूरजमुखी का तेल जल्द विकृत हो गया।
मुख्य शोधकर्ता मोहम्मद बौजिज ने बताया, “खाद्य पदार्थ तलने के लिए जैतून का तेल बेहतर चीज है। इस तेल में तलने से खाद्य पदार्थ की गुणवत्ता और पोषण के साथ जैतून के तेल की पौष्टिकता भी बरकरार रहती है।”
उन्होंने कहा कि विभिन्न तेलों में बहुत से भौतिक, रासायनिक और पोषक पदार्थ होते हैं जो तेल के गर्म होते ही नष्ट हो जाते हैं।
यह शोध ‘एसीएस जर्नल ऑफ एग्रीकल्चर एंड फूड केमिस्ट्रिी’ में प्रकाशित हुआ।