वृत्तचित्र निर्माता शर्मीन ओबैद-चिनॉय पाकिस्तान की पहली ऑस्कर विजेता हैं। वह आशा करती हैं कि देश में एनीमेशन को मुख्याधारा में लाने की उनकी कोशिश पाकिस्तान के फिल्मोद्योग में एक नए युग को जन्म देगी। पाकिस्तान में अभी सिनेमा का पुनर्जन्म चल रहा है।
शर्मीन को वर्ष 2012 में उनके वृत्तचित्र ‘सेविंग फेस’ के लिए प्रतिष्ठित अकादमी पुरस्कार से सम्मानित किया गया था। इस फिल्म से वह दुनियाभर में विख्यात हो गईं। शर्मीन पत्रकार भी हैं।
शर्मीन ने कराची से एक ई-मेल साक्षात्कार में आईएएनएस को बताया, “18 करोड़ से ज्यादा आबादी वाले देश पाकिस्तान में सिनेमा का पुनरुत्थान तीव्र गति से हो रहा है। गुणवत्तापूर्ण मनोरंजन की मांग पूरी करने के लिए पूरे देश में अभूतपूर्व तादाद से मल्टीप्लेक्स का निर्माण हो रहा है।”
शर्मीन एनीमेशन हाउस वादी एनीमेशन्स की मुख्य कार्यकारी अधिकारी हैं।
‘3 बहादुर’ इस एनीमेशन हाउस की पहली पेशकश है। शर्मीन उम्मीद करती हैं कि यह फिल्म एनीमेशन जगत के विस्तार और इसमें और लोगों की रुचि पैदा करने में एक भूमिका निभाएगी।
उन्होंने कहा, “भारतीय सिनेमा वैश्विक स्तर पर एक मजबूत स्थान बना चुका है, इसके उलट पाकिस्तान अब अपने फिल्मोद्योग का पुनर्जन्म देख रहा है। मुझे इसमें कोई संदेह नहीं है कि बिदास और सामाजिक सरोकार वाले सिनेमा की यह नई लहर इसके लिए अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर एक खास जगह बनाएगी।”
शर्मीन अपने वृत्तचित्र ‘चिल्ड्रन ऑफ द तालिबान’ के लिए एमी अवार्ड भी जीत चुकी हैं। उन्होंने कहा कि उनके देश में कुछ चित्रकार, लेखक, एनीमेर्ट्स और विजुअल इफेक्ट्स आर्टिस्ट बेहद प्रतिभाशाली हैं।