मुंबई, 14 अक्टूबर –महाराष्ट्र में चुनाव के ठीक एक दिन पहले भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के प्रदेश अध्यक्ष जी.फड़नवीस राज्य में जीत को लेकर आश्वस्त दिख रहे हैं। उन्होंने कहा कि राज्य में पहली बार उनकी पार्टी सत्ता में आएगी।
फड़नवीस ने एक साक्षात्कार में आईएएनएस से कहा, “मेरे मन में इस बात को लेकर कोई संदेह नहीं है कि महाराष्ट्र में अगली सरकार भाजपा की होगी। बहुमत को लेकर हम शत फीसदी आश्वस्त हैं।”
फड़नवीस ने कहा कि छोटी पार्टियों के साथ भाजपा का गठबंधन 288 सीटों वाले विधानसभा में बहुमत लाएगा।
अन्य चार पार्टियों कांग्रेस, राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा), शिवसेना और महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना (मनसे) के सरकार बनाने की संभावनाओं को उन्होंने खारिज किया।
उन्होंने कहा, “कांग्रेस और राकांपा का स्वरूप इस कदर बिगड़ चुका है कि वे किसी अन्य पार्टी के साथ मिलकर कभी सरकार नहीं बना सकते। इसके अलावा, महाराष्ट्र में सामान्यत: उसी की सरकार बनती है, जिसकी केंद्र में सरकार होती है।”
यह पूछने पर कि आखिर भाजपा द्वारा किसी नेता को मुख्यमंत्री पद के लिए क्यों नहीं सामने लाया गया, इस सवाल पर वे थोड़े असहज दिखे।
फड़नवीस ने कहा, “हमने पहले ही कहा है कि महाराष्ट्र प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और उनके विकास तथा उन्नति के एजेंडे के साथ है।”
यदि भाजपा चुनाव जीतती है, तो राज्य में किसे वरीयता दी जाएगी, अन्य पिछड़ा वर्ग की पहली महिला मुख्यमंत्री (पंकजा मुंडे) या दूसरे ब्राह्मण मुख्यमंत्री (फड़नवीस) को?
उन्होंने कहा, “महाराष्ट्र जाति-धर्म से काफी ऊपर उठ चुका है। यहां अधिकांश मतदाता 25 वर्ष के आयुवर्ग के हैं। उनके मन में विकास, उन्नति और रोजगार के सपने हैं।”
भाजपा अध्यक्ष अमित शाह और प्रधानमंत्री मोदी के विचारों की भिन्नता की बाबत पूछे जाने पर फड़नवीस ने कहा, “उनके बीच बेहतरीन समन्वय और तालमेल है। हर फैसले को दोनों नेताओं द्वारा महत्व दिया जाता है।”
गुजरात के मुख्यमंत्री ने जब मुंबई के उद्योगपतियों को गुजरात में उद्योग लगाने के लिए कहा, तब भाजपा नेताओं ने क्यों चुप्पी साध ली?
फड़नवीस ने कहा, “केवल आनंदीबेन पटेल ही क्यों? हर मुख्यमंत्री मुंबई आते हैं और यहां के उद्योगपतियों से अपने प्रदेश में निवेश के लिए बात करते हैं।”
क्या राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) मोदी और भाजपा की मदद करेगा?
फड़नवीस ने कहा, “आरएसएस किसी पार्टी के लिए काम करने का कभी आदेश नहीं देता और न ही किसी को बढ़ावा देने का काम करता है। लेकिन देशहित में वह अपने संसाधनों का इस्तेमाल करता है।”
विदर्भ को महाराष्ट्र से अलग करने के सवाल पर फड़नवीस ने कहा कि भाजपा का मानना है कि छोटा राज्य होने से बेहतर विकास होता है।