लखनऊ, 7 मई (आईएएनएस)। उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव के कार्यकाल के दौरान वन विभाग की ओर से उप्र में पांच करोड़ पौधे लगाकर एक रिकॉर्ड कायम किया गया था और यह रिकॉर्ड गिनीज बुक में भी दर्ज हुआ था। सरकार बदलने के बाद अब नए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की सरकार ने इस रिकॉर्ड को तोड़ने के लिए 9 करोड़ पौधे लगाने का मन बनाया है लेकिन वन विभाग के सूत्रों के मुताबिक पौधों एवं बजट की कमी की वजह से फिलहाल यह सपना पूरा होने की संभावना काफी कम है।
लखनऊ, 7 मई (आईएएनएस)। उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव के कार्यकाल के दौरान वन विभाग की ओर से उप्र में पांच करोड़ पौधे लगाकर एक रिकॉर्ड कायम किया गया था और यह रिकॉर्ड गिनीज बुक में भी दर्ज हुआ था। सरकार बदलने के बाद अब नए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की सरकार ने इस रिकॉर्ड को तोड़ने के लिए 9 करोड़ पौधे लगाने का मन बनाया है लेकिन वन विभाग के सूत्रों के मुताबिक पौधों एवं बजट की कमी की वजह से फिलहाल यह सपना पूरा होने की संभावना काफी कम है।
विभाग के अधिकारी के मुताबिक योगी सरकार में भी वन विभाग ने एक प्रस्ताव तैयार कर शासन को भेजा था। इस प्रस्ताव के तहत इस साल बारिश के सीजन में नौ करोड़ पौधे लगाने का लक्ष्य रखा गया है। बाद में यह भी बात सामने आई कि मध्य प्रदेश की सरकार पहले ही एक दिन में 10 करोड़ पौधे लगाने का रिकॉर्ड बना चुकी है।
विभाग के सूत्रों के मुताबिक ऐसे में यह बात सामने आई कि नौ करोड़ पौधे लगाकर न तो रिकॉर्ड कायम हो पाएगा न ही 10 करोड़ पौधे वन विभाग की नर्सरियों में हैं, जिससे मध्य प्रदेश सरकार के रिकॉर्ड को तोड़ा जा सके या फिर उसकी बराबरी की जा सके।
अधिकारियों के मुताबिक इस दौरान बाहर से भी पौधे खरीदने पर विचार किया गया लेकिन विभाग के पास फंड की कमी की वजह से यह सपना साकार नहीं हो पाया। वन विभाग के लिए पौधे जुटाना काफी मुश्किल साबित हो रहा है। यही वजह है कि विभाग अभी भी यह तय नहीं कर पा रहा है कि इस बार बारिश के सीजन में कितने पौधे लगाए जाने की योजना है।
वन विभाग के वरिष्ठ अधिकारी और विभागाध्यक्ष रूपक डे ने स्वीकार किया कि विभाग की कोशिश रहती है कि ज्यादा से ज्यादा पौधे लगाए जाएं लेकिन जहां तक नौ करोड़ पौधे लगाने की बात है तो ऐसा लक्ष्य अभी तय नहीं किया गया है। इतना जरूर है कि इसके लिए वन विभाग के अलावा अन्य विभागों की नर्सरियों में पर्याप्त मात्रा में पौधे उपलब्ध हैं, अगर जरूरत पड़ी तो सबके सहयोग से पौधे लगाए जाएंगे।