मास्को, 26 फरवरी (आईएएनएस)। रूस ने कहा है कि वह संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद (यूएनएससी) समझौते के तहत सीरिया में संघर्ष विराम के बाद राजनीतिक समझौते की प्रक्रिया को कमजोर करने की कोशिशों को बुरी तरह दबाएगा।
समाचार एजेंसी सिन्हुआ ने रूसी विदेश मंत्रालय के हवाले से बताया कि रूस सर्वसम्मति से पारित ‘सुरक्षा परिषद समझौता 2401’ का समर्थन करता है, जिसके अनुसार सीरिया में कम से कम 30 दिन का संघर्ष विराम हो तथा वहां मानवीय सुविधाएं तथा आपातकालीन चिकित्सकीय सहायता पहुंच सके।
मंत्रालय के बयान के अनुसार, “यह संतोषजनक है कि सुरक्षा परिषद ने अस्ताना प्रक्रिया के जमानती देशों ईरान, रूस और तुर्की द्वारा चलाए जा रहे कार्यो पर गौर किया।”
बयान के अनुसार, रूस संघर्ष के स्थायी समझौते और आतंकवाद के खतरे को खत्म करने के लिए सीरियाई दलों के साथ काम करना जारी रखेगा।
रूस ने दमिश्क के आग्रह पर सितंबर 2015 में सीरिया में आतंकवादी संगठनों के खिलाफ सैन्य अभियान छेड़ा था।
सीरियाई सरकार ने रूसी सेना के सहयोग से आतंकवादी संगठन इस्लामिक स्टेट द्वारा पिछले दो साल में कब्जाए अधिकांश क्षेत्रों को वापस पा लिया था।
सीरियाई सरकार को सतही जीत दिलाने के बाद रूस ने साल 2017 के अंत में अपने कुछ सैनिकों को वापस बुला लिया था।
अस्ताना शांति वार्ता के तहत ईरान और तुर्की के साथ रूस सीरिया में परस्पर विरोधी दलों के बीच शांति स्थापित करने की कोशिश कर रहा है।
सीरियाई शांति के लिए कजाकिस्तान के अस्ताना में जनवरी 2017 में शांति वार्ताएं शुरू हुई थीं।
रूस के उप प्रधानमंत्री मिखाइल बोग्दानोव ने हाल ही में रूसी समाचार एजेंसी स्पुतनिक को साक्षात्कार देते हुए बताया था कि वार्ता के अगले चरण में सीरिया में पांचवें नए शांत क्षेत्र को स्थापित करने तथा इसके संवैधानिक सुधार पर चर्चा होगी।